उमराह मक्का मदीना की यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का किया माला पहनाकर इस्तकबाल..
मारवाड़ जंक्शन। उमराह के मुकद्दस सफर इस्लाम धर्म के पवित्र तीर्थ मक्का मदीना जाने लिए अकीदत मंद लगातार प्रस्थान कर रहे हैं।
ख्यातनाम शायर, वीर रस के कवि साबिर मोहम्मद सागर व उनकी पत्नी खातून बानो उमराह यात्रा के लिये रवाना हुए। उमराह यात्रियों को विदाई देने के लिए हिन्दू और मुस्लिम समाज के लोगों की भीड़ लगी।
उन्होंने फूलों की मालाएं पहनाकर और मिठाई खिलाकर उन्हें रवाना किया। एडवोकेट अजरूद्दीन ने बताया कि उमराह यात्रियों से लोग खास दुआ व पैगंबर-ए-आज़म हज़रत मोहम्मद साहब के दरबार में सलाम पेश करने की दरख्वास्त करते हुए नज़र आ रहे हैं।
वहीं मोहल्ले की हिन्दू महिलाओं ने मंगल गीत गाकर व कवि सागर के सर पर हाथ फेरकर आर्शीवाद दिया। व देश में अमन-चैन आपसी मोहब्बत भाईचारा एकता और खुशहाली की दुआएं मांगने की दरख्वास्त की।
इस अवसर पर एडवोकेट निसार खान, निजाम खान अब्दुल सलीम, बाबू खान शमशाद बानो, रूबीना, हीना, चेनाराम प्रजापत मांगू सिंह, शंकर लाल प्रजापत, शिवलाल प्रजापत, मोतीनाथ, सोहनलाल प्रजापत, अबरार खान मेव, मोहम्मद हारुन पठान, मोहम्मद हनीफ कुरेशी, बशीर मोहम्मद रंगरेज, मोहम्मद सलीम उर्फ पोपट, भंवरु खान मुगल, महबूब खोखर, सद्दाम हुसैन मुगल, मीठालाल देवड़ा, नगेंद्र गुर्जर, सुरेश सेन, नीलोफर, पुष्पा प्रजापत, चंपाबाई, लीला प्रजापत, मोहम्मद इम्तियाज, शेर खान, साजिद खान आदि कहीं हिंदू मुस्लिम महिलाएं पुरुष उपस्थित थे।
वरिष्ठ संवाददाता अब्दुल समद राही कि रिपोर्ट