स्टूडेंट ने हनीट्रैप में फंसाया सरकारी टीचर, बंधक बनाकर मांगे 21 लाख: युवती सहित चार गिरफ्तार, अश्लील वीडियो बनाकर की मारपीट..
बाड़मेर - सरकारी टीचर को हनीट्रैप में फंसाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है, जिसमें एक छात्रा और उसके साथियों ने मिलकर सरकारी टीचर से 21 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
पुलिस ने इस मामले में एक युवती सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य आरोपी और युवती का बॉयफ्रेंड फरार है। इस पूरी घटना का मास्टरमाइंड बॉयफ्रेंड बताया जा रहा है।
इंस्टाग्राम से शुरू हुई साजिश टीचर की छात्रा ने 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के मौके पर उसे इंस्टाग्राम पर बधाई दी।
करीब डेढ़ महीने तक चैटिंग के बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई। 22 अक्टूबर को छात्रा ने टीचर से कहा कि वह CET परीक्षा देने बाड़मेर आ रही है और उसे मिलने के लिए बुलाया। मुलाकात के बाद छात्रा ने अपने बॉयफ्रेंड और उसके साथियों के साथ मिलकर टीचर के अश्लील फोटो और वीडियो बनाए, फिर उसे बंधक बनाकर 21 लाख रुपये की मांग की। पुलिस की कार्रवाई और गिरफ्तारी एएसपी जसाराम बोस के अनुसार, 22 अक्टूबर की रात को कंट्रोल रूम में सूचना मिली कि एक सरकारी टीचर को बंधक बनाया गया है।
पुलिस ने मोबाइल ट्रेस कर विष्णु कॉलोनी से पीड़ित टीचर को छुड़ाया। जांच के बाद रामेश्वरी (युवती), हनुमानराम, धोलाराम और कालूराम को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी पप्पूराम अभी फरार है और उसकी तलाश की जा रही है।
वीडियो वायरल करने की धमकी आरोपियों ने टीचर से कहा कि अगर उसने मांगी गई रकम नहीं दी, तो उसका अश्लील वीडियो वायरल कर देंगे और जान से मारने की धमकी दी।
पीड़ित टीचर ने अपने भाई को 5 लाख रुपये लेकर आने के लिए कहा, जिसके बाद भाई ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस की चतुराई से गिरफ्तारी पुलिस ने रणनीति बनाकर पीड़ित के भाई से आरोपियों को फोन करवाया और पैसे लेकर थार हॉस्पिटल के पास बुलवाया।
जब आरोपी वहां पहुंचे, तो पुलिस ने एक आरोपी को पकड़ लिया। बाकी आरोपी मौके से फरार हो गए, लेकिन पुलिस ने पीछा कर सभी को गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित सरकारी टीचर धनाऊ निवासी सरकारी टीचर मुकेश, जो पहले से युवती से परिचित था, इस हनीट्रैप में फंस गया।
यह घटना टीचर की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े करती है। पुलिस अभी भी मामले की गहराई से जांच कर रही है और मुख्य आरोपी की तलाश में जुटी है।
वरिष्ठ संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट