खाटू श्याम को कलियुग का भगवान कहा जाता है। वहीं खाटू श्याम को हारे का सहारा कहा जाता है। बाबा श्याम के प्रति श्रद्धालुओं की बढ़ती आस्था का नतीजा है कि राजस्थान में उनका एक मंदिर बनकर तैयार हो चुका है। बता दें कि राजस्थान के सीकर में बाबा श्याम का प्राचीन मंदिर है, जहां पर हर रोज हजारों की संख्या में भक्त दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं।
लेकिन अब जोधपुर में भी बाबा खाटू श्याम के दर्शन कर सकते हैं। बता दें कि जोधपुर में श्याम जी का मंदिर बनकर तैयार हो गया है। जोधपुर के पाल रोड मोतीबा नगर में खाटू श्याम बाबा और सालासर बालाजी के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 15 जुलाई को कर दी गई है।
मंदिर का निर्माण कार्य
अजनेश्वर धाम जोधपुर के पीठाधीश शांतेश्वर महाराज और महामंडलेश्वर कनकेश्वरी देवी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। वहीं सेवा समिति के मुताबिक यहां पर कई सालों से खाटू श्याम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है। इस मंदिर में सालासर बालाजी और गणेश महाराज की भी मूर्ती स्थापित की जाएगी।
भूमि पूजन के बाद यज्ञ
मंदिर में दो दिन का कार्यक्रम संपन्न होगा, जिसके में पहला कार्यक्रम 14 जुलाई को गणेश गौरी पूजन, भूमि पूजन के बाद हवन कुंड की स्थापना हुई थी। वहीं उसी दिन शाम को 4 बजे शोभा यात्रा का कार्यक्रम निकाला गया था। फिर अगले दिन यानी की 15 जुलाई को सुबह 09:00 बजे पूजा और फिर दोपहर 12:00 बजे मंदिर में स्थापित मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम होगा। इसके बाद महाआरती का आयोजन किया गया। वहीं 19 जुलाई को शाम 7 बजे से भक्ति संध्या और महाप्रसादी आरती हुई।
खाटू श्याम मंदिर
साल 1027 ईस्वी में मंदिर को रूपसिंह चौहान ने बनवाया था। फिर दीवान अभई सिंह नाम के एक रईस ने 1720 ईस्वी में उस वक्त के मारवाड़ के राजा की तरफ से इस पुराने मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया था। इस मंदिर में जो मूर्ति है वह काफी दुर्लभ पत्थर से बनी हुई है। वहीं बाबा श्याम को कई परिवारों का कुलदेवता भी माना जाता है। गुजरात के अहमदाबाद में लाम्भा में एक और मंदिर स्थित है। इस मंदिर में भक्त अपने नवजात बच्चों को खाटूश्याम बाबा का आशीर्वाद दिलाने के लिए लेकर आते है। इन्हें बालिया देव के नाम से जाना जाता है।
ऐसे पहुंचे खाटू श्याम मंदिर
अगर आप भी खाटू श्याम मंदिर दर्शन के लिए जाना चाहते हैं, तो आप जयपुर और रींगास जैसे आस-पास के शहरों से रोड, रेल या फिर हवाई जहाज से पहुंच सकते हैं। यहां पर लोकल ट्रांसपोर्ट की भरमार है, तो आपको यहां पर घूमने में कोई दिक्कत नहीं होगी।