वरिष्ठ साहित्यकार रामजीलाल घोड़ेला को सृजन साहित्य सम्मान..

वरिष्ठ साहित्यकार रामजीलाल घोड़ेला को सृजन साहित्य सम्मान..

साहित्य केवल शब्दों का खेल नहीं है। इसमें मानवीय संवेदनाएं पिरोई होती हैं : नागपाल

श्रीगंगानगर। वरिष्ठ साहित्यकार रामजीलाल घोड़ेला ने कहा है कि किसी भी व्यक्ति में लेखन के संस्कार उसके बालवय के जीवन में ही उसके रहन-सहन और वातावरण में पड़ जाते हैं। उनके साथ भी यही सब हुआ था।

 वे रविवार को सृजन सेवा संस्थान के मासिक कार्यक्रम ‘लेखक से मिलिए’ की 123 वीं कड़ी में जवाहरनगर स्थित महाराजा अग्रसेन विद्या मंदिर में बतौर लेखक संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा के दौरान ही वे पाठ्य पुस्तकों के अलावा साहित्यिक पुस्तकें पढऩे लगे थे।

 रेडियो सुनने का शौक भी लग गया था। आगे चलकर यही रुचि लेखन में सहायक सिद्ध हुई। कार्यक्रम में घोड़ेला ने अपनी कुछ हिन्दी एवं राजस्थानी रचनाएं प्रस्तुत कीं। इनमें बाल कविताएं तो शामिल थीं ही, क्षणिकाएं और गद्य व्यंग्य ने भी प्रभावित किया। विशिष्ट अतिथि युवा व्यवसायी राजीव नागपाल ने कहा कि साहित्य केवल शब्दों का खेल नहीं है।

इसमें मानवीय संवेदनाएं पिरोई होती हैं। लेखक घोड़ेला जी ने अपनी बाल कविताओं से जहां बाल मन की भावनाओं को स्वर दिए हैं, वहीं अपने व्यंग्य से सामाजिक विद्रूपताओं पर भी कटाक्ष किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए राजस्थान खत्री सभा के जिलाध्यक्ष विनोद सेठी ने कहा कि उन्हें साहित्यिक रचनाएं, खासतौर से व्यंग्य रचनाएं पढऩा-सुनना अच्छा लगता है लेकिन सामाजिक गतिविधियों में व्यस्तता के चलते वे समय नहीं निकाल पाते।

परंतु जब भी वे किसी साहित्यिक कार्यक्रम में जाते हैं, बहुत खुशी महसूस करते हैं। इससे पहले, सृजन के सचिव कृष्णकुमार ‘आशु’ ने घोड़ेला का परिचय दिया। संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ. संदेश त्यागी ने किया। इस मौके पर राजू गोस्वामी, ईश सेठी, बनवालाल वर्मा, आनंद मायासुत, राकेश जग्गा, सुरेश कनवाडिय़ा, बीएस चौहान, हरविंद्रसिंह, अरुण उर्मेश, महेश गहलोत, बनवारीलाल शर्मा, डॉ. हरीश कंसल, अरुण खामखाह, डॉ. रामप्रकाश शर्मा एवं प्रेम चुघ सहित अनेक साहित्यकार एवं साहित्य प्रेमी मौजूद थे।

घोड़ेला को सृजन साहित्य सम्मान कार्यक्रम के दौरान रामजीलाल घोड़ेला को उनके हिंदी एवं राजस्थानी साहित्य में लिए गए योगदान पर सृजन साहित्य सम्मान अर्पित किया गया। कार्यक्रम अध्यक्ष विनोद सेठी, विशिष्ट अतिथि राजीव नागपाल एवं संदेश त्यागी ने उन्हेंं शॉल ओढ़ाकर, सम्मान प्रतीक एवं पुस्तक भेंट करके सम्मानित किया।

वरिष्ठ संवाददाता अब्दुल समद राही कि रिपोर्ट