विरोध के बीच बंगाल सरकार ने 40 से अधिक डॉक्टरों का किया तबादला, BJP बोली- TMC मतलब तालिबान मुझे चाहिए
विरोध के बीच बंगाल सरकार ने 40 से अधिक डॉक्टरों का किया तबादला, BJP बोली- TMC मतलब तालिबान मुझे चाहिए
पश्चिम बंगाल सरकार ने आज देश भर में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच करीब 43 डॉक्टरों के तबादले का आदेश दिया है। यह विरोध प्रदर्शन आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले के कारण हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से तबादलों के संबंध में 15 अगस्त (गुरुवार) को जारी सरकारी अधिसूचना के सामने आने के बाद, चिकित्सा बिरादरी और विपक्षी दलों ने दावा किया कि एक साथ कई डॉक्टरों का तबादला राज्य सरकार के प्रतिशोधात्मक रवैये को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इन 43 डॉक्टरों को मेडिकल छात्रों और जूनियर डॉक्टरों के नेतृत्व में आंदोलन में शामिल होने के लिए दंडित किया गया है। इसे भी पढ़ें: Kolkata rape-murder case: BJP का कांग्रेस पर वार, पूछा- राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कोलकाता जाएंगे क्या?यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन (यूडीएफए) ने भी तबादले की कड़ी निंदा की और दावा किया कि यह मेडिकल छात्रों और जूनियर डॉक्टरों के विरोध का समर्थन करने वाले डॉक्टरों का अन्यायपूर्ण तबादला है। यूडीएफए ने कहा कि ये दंडात्मक उपाय न्याय और सुरक्षा की हमारी मांगों को दबा नहीं पाएंगे। हम अपनी लड़ाई में एकजुट और दृढ़ हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि डॉक्टर बलात्कार और हत्या की घटना में न्याय के लिए आवाज उठाने पर तृणमूल सरकार ने 43 डॉक्टरों का तबादला कर दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस सोशल मीडिया पर घटना के खिलाफ बोलने पर लोगों को धमका रही है। इसे भी पढ़ें: कोलकाता डॉक्टर बलात्कार-हत्या मामले पर फूटा रणदीप हुड्डा का गुस्सा, जघन्य सज़ा की मांग कीपूनावाला ने एक्स पर लिखा, "पूरे देश में हर कोई आक्रोशित है और एक ही बात की मांग कर रहा है कि पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए। हालांकि, न्याय के बजाय तृणमूल सरकार का एजेंडा बलात्कारी को बचाना है। वे बेटी को बचाने के लिए कुछ नहीं करते। तृणमूल का मतलब तृणमूल कांग्रेस नहीं है, यह 'तालिबान मुझे चाहिए' है।" इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल सरकार एक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में न्याय मांग रहे चिकित्सकों तथा मीडिया के एक वर्ग पर कार्रवाई कर रही है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीत सरकार का एकमात्र एजेंडा ‘‘सच को चुप करना, बलात्कारियों को बचाना और किसी भी कीमत पर सबूत नष्ट करना’’ है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने आज देश भर में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बीच करीब 43 डॉक्टरों के तबादले का आदेश दिया है। यह विरोध प्रदर्शन आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कोलकाता बलात्कार-हत्या मामले के कारण हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से तबादलों के संबंध में 15 अगस्त (गुरुवार) को जारी सरकारी अधिसूचना के सामने आने के बाद, चिकित्सा बिरादरी और विपक्षी दलों ने दावा किया कि एक साथ कई डॉक्टरों का तबादला राज्य सरकार के प्रतिशोधात्मक रवैये को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि इन 43 डॉक्टरों को मेडिकल छात्रों और जूनियर डॉक्टरों के नेतृत्व में आंदोलन में शामिल होने के लिए दंडित किया गया है।
यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन (यूडीएफए) ने भी तबादले की कड़ी निंदा की और दावा किया कि यह मेडिकल छात्रों और जूनियर डॉक्टरों के विरोध का समर्थन करने वाले डॉक्टरों का अन्यायपूर्ण तबादला है। यूडीएफए ने कहा कि ये दंडात्मक उपाय न्याय और सुरक्षा की हमारी मांगों को दबा नहीं पाएंगे। हम अपनी लड़ाई में एकजुट और दृढ़ हैं। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि डॉक्टर बलात्कार और हत्या की घटना में न्याय के लिए आवाज उठाने पर तृणमूल सरकार ने 43 डॉक्टरों का तबादला कर दिया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कोलकाता पुलिस सोशल मीडिया पर घटना के खिलाफ बोलने पर लोगों को धमका रही है।
पूनावाला ने एक्स पर लिखा, "पूरे देश में हर कोई आक्रोशित है और एक ही बात की मांग कर रहा है कि पीड़िता को न्याय मिलना चाहिए। हालांकि, न्याय के बजाय तृणमूल सरकार का एजेंडा बलात्कारी को बचाना है। वे बेटी को बचाने के लिए कुछ नहीं करते। तृणमूल का मतलब तृणमूल कांग्रेस नहीं है, यह 'तालिबान मुझे चाहिए' है।" इससे पहले उन्होंने आरोप लगाया था कि पश्चिम बंगाल सरकार एक प्रशिक्षु चिकित्सक के साथ बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में न्याय मांग रहे चिकित्सकों तथा मीडिया के एक वर्ग पर कार्रवाई कर रही है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने दावा किया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नीत सरकार का एकमात्र एजेंडा ‘‘सच को चुप करना, बलात्कारियों को बचाना और किसी भी कीमत पर सबूत नष्ट करना’’ है।