सोजत कृषि उपज मंडी में 5 अक्टूबर 2024 को नई मेहंदी फसल के आगमन पर मेहंदी के पत्तों में तेजी, किसानों के चेहरे पर लौटी रौनक

सोजत कृषि उपज मंडी में 5 अक्टूबर 2024 को नई मेहंदी फसल के आगमन पर मेहंदी के पत्तों में तेजी, किसानों के चेहरे पर लौटी रौनक

सोजत, जो देशभर में अपनी उच्च गुणवत्ता वाली मेहंदी के लिए प्रसिद्ध है, में 5 अक्टूबर 2024 को कृषि उपज मंडी में नई मेहंदी की फसल आई, जिससे किसानों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है। इस बार मेहंदी के पत्तों की बिक्री ने उम्मीदों को पार करते हुए बाज़ार में ज़बरदस्त उछाल दिखाया है।

 किसानों को इस बार प्रति मन ₹2000 से लेकर ₹4200 तक के दाम मिल रहे हैं, जो कि पिछली कुछ फसलों की तुलना में काफ़ी बेहतर हैं। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, इस साल मेहंदी के पत्तों की गुणवत्ता उत्कृष्ट रही है, जिससे कीमतों में इज़ाफा हुआ है। मंडी में किसानों के चेहरों पर रौनक साफ़ देखी जा सकती है।

 मंडी के व्यापारी और दलाल भी इस मौक़े पर सक्रिय हैं, और उन्होंने इस तेज़ी का पूरा फ़ायदा उठाने की तैयारी कर ली है। इस बढ़ती मांग के पीछे मुख्य कारण है अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी सोजत की मेहंदी की मांग का बढ़ना। इसके अलावा, स्थानीय स्तर पर भी मेहंदी उत्पादों की उपयोगिता को देखते हुए किसान इस फसल से काफ़ी संतुष्ट हैं।

मेहंदी के पत्तों की ख़ास बात यह है कि यह न केवल घरेलू बल्कि निर्यात बाज़ारों में भी बेहद लोकप्रिय है। मंडी में व्यापारियों का कहना है कि इस साल की फसल की गुणवत्ता बेहतर होने के कारण मेहंदी के पत्तों की कीमतों में यह उछाल देखने को मिल रहा है। मंडी प्रबंधन भी इस बढ़ती गतिविधि को सुचारू रूप से नियंत्रित करने के लिए नई व्यवस्थाओं पर काम कर रहा है, ताकि किसानों और व्यापारियों दोनों को लाभ हो सके।

 किसानों के अनुसार, मेहंदी की फसल पर मौसम का भी अनुकूल प्रभाव रहा है, जिससे उत्पादन बेहतर हुआ है। इस तेज़ी के चलते किसान अब अगली फसल की तैयारियों में भी जुट गए हैं, ताकि बाज़ार में अपनी पकड़ मज़बूत बना सकें।

सोजत कृषि उपज मंडी में मेहंदी के पत्तों की कीमतों में इस उछाल ने किसानों के लिए उम्मीद की नई किरण जगाई है। बेहतर दाम मिलने से किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं और उनका उत्साह बढ़ा है। मेहंदी की यह तेज़ी आने वाले दिनों में मंडी में और भी जोश भरने की संभावना है।

हमारे वरिष्ठ संवाददाता श्री ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट