"स्पंदन" शास्त्रीय संगीत समारोह ने समां बाँधा..

"स्पंदन" शास्त्रीय संगीत समारोह ने समां बाँधा..

मशहूर संगीतकार मरहूम नौशाद साहब अक्सर कहते थे "फिल्मी गीत संगीत और पाश्चात्यसंगीत श्रोताओं के पैर थिरका देते है, लेकिन हमारा भारतिय शास्त्रीय गायन और संगीत सुनने वालो को ताजगी और उमंग से भरते हुए रुह तक सुकून देता है"

 मतलब संगीत जगत मे भारतीय गायन और संगीत श्रोताओं के सर का ताज माना जाता है। कुछ ऐसा ही गायन और संगीत आज सुनने को मिला मौका था।

 सोजत महोत्सव समिति द्वारा आयोजित "स्पंदन" शास्त्रीय संगीत समारोह का जिसमे पुरे देश के राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के कलाकारों ने शिरकत कि और अपने गायन और वादन से संमा बाध दिया।

 सोजत स्थापना महोत्सव के अन्तर्गत आज स्थानिय श्री सिरे सिनेमा हाल मे सोजत महोत्सव समिति द्वारा आयोजित शास्त्रीय संगीत समारोह का आयोजन था।

 कार्यक्रम कि शुरुआत माँ सरस्वती को दीप प्रज्वलित कर कि गयी इसके बाद चन्द्राज स्कूल के बच्चो ने सरस्वती वनंदना कि इसके बाद अन्तर्राष्ट्रीय शास्त्रीय संगीत कि महारथी विदुषी पुलोमादास जोशी ने ऐसे राग छेडे कि दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये उन्हें शुद्ध राग रागिनी का इतना सुन्दर गायक किया कि पुरा सिनेमाघर सिर्फ तालियों कि गड़गड़ाहट से गुंज उठा ।

इसके पश्चात एक से बढकर एक संगीतज्ञो ने अपने संगीत वादन से वो समा बाधा कि दर्शक सिर्फ देखते ही रह गये बांसुरी वादन म्रदगं वादन और वायलिन वादन और भरतनाट्यम आकृषण का केन्द्र रहे।

कार्यक्रम मे पधारे हुए मेहमानों का स्वागत सोजत महोत्सव समिति अध्यक्ष अनोपसिंह लखावत ने साफा और माला पहना कर किया।

 कार्यक्रम मे LIC के अध्यक्ष दिनेश बमनावत,चैयरमैन प्रतिनिधि जुगल किशोर निकुमं,सुरेश ओझा,गोरधनलाल गेहलोत, चेतन व्यास, श्याम लाल व्यास, राजकुमार चौधरी विरेन्द्र लखावत,मनोहर पालडिया,आदि कई अतिथियों ने शिरकत कि ।

कार्यक्रम का संचालन समिति के इवेंट एक्पर्ट पुष्पतराज मुणोत और मृणाल अवस्थी ने किया