राजस्थान समेत 10 राज्यों में शीतलहर और घने कोहरे का कहर: केदारनाथ-बद्रीनाथ बर्फ से ढंके, हिमाचल में पर्यटन शुरू..
देशभर में मौसम ने करवट ली है। हिमालय के ऊपरी इलाकों में लगातार बर्फबारी का असर अब मैदानी इलाकों में दिखने लगा है। उत्तर भारत समेत 10 राज्यों में शीतलहर और घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है।
वहीं, उत्तराखंड के केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम बर्फ की मोटी परत से ढक गए हैं। घने कोहरे और शीतलहर की चपेट में ये राज्य- जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में शीतलहर जारी है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बर्फबारी के बाद मनाली और शिमला जैसे इलाकों में पर्यटन बढ़ा है। राजस्थान में शीतलहर का असर- राजस्थान के 12 जिलों में शीतलहर का अलर्ट है। सीकर, जैसलमेर, अलवर, उदयपुर और भीलवाड़ा में तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला गया।
सीकर में ओस की बूंदें जम गईं। अगले तीन दिनों तक ठंड बढ़ने की संभावना है।
उत्तराखंड: केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम बर्फ से ढंके- उत्तराखंड के केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम में इस सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज हुई।
राज्य सरकार ने वहां चल रहे सभी विकास कार्य फिलहाल रोक दिए हैं। दिल्ली में ठंड और धुंध का कहर- दिल्ली में न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 224 पर पहुंच गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में है। धुंध के कारण विजिबिलिटी में कमी आई है।
हिमाचल प्रदेश: बर्फबारी ने बढ़ाई पर्यटकों की चहल पहल। शिमला में 12 साल बाद दिसंबर के पहले सप्ताह में बर्फबारी हुई। कुल्लू और लाहौल-स्पीति जैसे ऊंचे इलाकों में पर्यटक स्कीइंग और पैराग्लाइडिंग का आनंद ले रहे हैं।
अन्य राज्यों में स्थिति- उत्तर प्रदेश: 42 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट। विजिबिलिटी 100 मीटर से भी कम।
पंजाब और चंडीगढ़: अमृतसर का न्यूनतम तापमान 2 डिग्री। बिहार: 24 जिलों में घना कोहरा और तापमान 4 डिग्री तक गिरने की संभावना। झारखंड: 14 जिलों में घने कोहरे का अलर्ट।
दक्षिण भारत में बारिश का अलर्ट- तमिलनाडु, पुडुचेरी और कर्नाटक में तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना है।
सुरक्षा के उपाय- मौसम विभाग ने लोगों को ठंड और कोहरे के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है। वाहन चालकों को धीमी गति और सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
देशभर में मौसम का यह मिजाज आने वाले दिनों में और गंभीर हो सकता है। ऐसे में सभी को सतर्क और सुरक्षित रहने की जरूरत है।
वरिष्ठ संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट