सावधान! किसी दूसरे का मोबाइल चार्जर इस्तेमाल करना पड़ सकता है भारी, जानिए कैसे बचें साइबर खतरों से..
आज के दौर में स्मार्टफोन हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। चाहे काम हो, मनोरंजन, या ऑनलाइन बैंकिंग, हर चीज स्मार्टफोन के जरिए होती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि पब्लिक प्लेस पर लगे मोबाइल चार्जर आपके लिए कितना खतरनाक साबित हो सकते हैं? हाल ही में एक आईटी इंजीनियर ने चेतावनी दी है कि दूसरे का मोबाइल चार्जर या सार्वजनिक स्थानों पर उपलब्ध चार्जिंग प्वाइंट का इस्तेमाल करने से आप साइबर अपराधियों का शिकार बन सकते हैं।
यह खबर हर स्मार्टफोन उपयोगकर्ता के लिए एक महत्वपूर्ण अलर्ट है।
### कैसे काम करता है चार्जर के जरिए साइबर अटैक?
रयान मोंटगोमरी नाम के एक आईटी इंजीनियर ने एक वीडियो के जरिए बताया कि किस तरह एक सामान्य चार्जिंग केबल भी आपकी गोपनीयता और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकती है। मोंटगोमरी साइबर सिक्योरिटी के विशेषज्ञ हैं और नेटवर्क्स की खामियां पता लगाने में माहिर हैं।
उन्होंने बताया कि चार्जिंग केबल के जरिए आपके स्मार्टफोन या आईफोन में एक ऐसा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल किया जा सकता है, जो आपकी हर गतिविधि पर नजर रखता है।
सॉफ्टवेयर की जासूसी कैसे करता है?
1. यह सॉफ्टवेयर आपकी निजी जानकारियां जैसे बैंक अकाउंट डिटेल्स, पासवर्ड, और व्यक्तिगत चैट को रिकॉर्ड कर साइबर अपराधियों तक पहुंचाता है। 2. चार्जिंग केबल के जरिए आपके स्मार्टफोन का पूरा कंट्रोल साइबर अपराधी के पास चला जाता है। 3. अपराधी आपके फोन की स्क्रीन की निगरानी कर सकता है और आपके मैसेज या ओटीपी को पढ़ और डिलीट कर सकता है।
### पब्लिक चार्जर के इस्तेमाल के खतरे जब हम पब्लिक प्लेस जैसे रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, या एयरपोर्ट पर अपने फोन को चार्जिंग प्वाइंट से कनेक्ट करते हैं, तो यह सामान्य लगता है। लेकिन इसी दौरान अगर पास में कोई साइबर अपराधी मौजूद है, तो वह अपने लैपटॉप की मदद से आपके फोन को ऑपरेट कर सकता है।
#### बैंक अकाउंट खाली होने का खतरा
1. जैसे ही आप चार्जिंग केबल कनेक्ट करते हैं, अपराधी आपके फोन का एक्सेस ले सकता है। 2. वह आपके बैंकिंग ऐप्स खोल सकता है और फंड ट्रांसफर कर सकता है। 3. जो ओटीपी और एसएमएस आपके मैसेज बॉक्स में आते हैं, वे भी अपराधी तक पहुंच जाते हैं। 4. इतनी ही देर में आपका पूरा बैंक अकाउंट खाली हो सकता है। ###
साइबर अरेस्ट के मामलों का कारण
मोंटगोमरी ने बताया कि साइबर अरेस्ट के मामलों में भी यही तकनीक इस्तेमाल होती है। अपराधी आपके निजी डेटा और गोपनीय जानकारियों को चुरा लेते हैं और आपको धमकी देते हैं। ये अपराधी आपकी निजी जानकारियों को सार्वजनिक करने की धमकी देकर आपसे पैसे वसूलते हैं। ### अपनी सुरक्षा कैसे करें?
साइबर खतरों से बचने के लिए आपको कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए।
1. **ऑरिजनल चार्जर का उपयोग करें:** हमेशा अपनी डिवाइस के लिए उसी कंपनी का ऑरिजनल चार्जर खरीदें। इससे आपके फोन की बैटरी सुरक्षित रहेगी और साइबर खतरे भी कम होंगे।
2. **पब्लिक चार्जर का इस्तेमाल न करें:** किसी भी स्थिति में सार्वजनिक स्थानों पर लगे चार्जर का उपयोग न करें। यह आपके फोन और डेटा के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
3. **पावर बैंक रखें:** यात्रा के दौरान अपने साथ हमेशा पावर बैंक रखें। इससे आपको पब्लिक चार्जर की जरूरत नहीं पड़ेगी।
4. **डेटा ब्लॉकिंग केबल का इस्तेमाल करें:** ऐसी चार्जिंग केबल उपलब्ध हैं जो केवल डिवाइस को चार्ज करती हैं और डेटा ट्रांसफर को ब्लॉक करती हैं। इनका उपयोग करें।
5. **फोन की सुरक्षा को मजबूत बनाएं:** - अपने फोन में मजबूत पासवर्ड रखें। - बायोमेट्रिक सिक्योरिटी का उपयोग करें। - किसी भी अनजान डिवाइस से अपने फोन को कनेक्ट न करें।
### **सावधानी ही बचाव है**
साइबर अपराधी नई-नई तकनीकों का उपयोग कर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। ऐसे में हमें अपनी निजी जानकारियों को सुरक्षित रखने के लिए सतर्क रहना होगा। यह जरूरी है कि हम अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल सोच-समझकर करें और ऐसी किसी भी स्थिति से बचें जो हमारे डेटा या वित्तीय सुरक्षा को खतरे में डाल सकती है। ### निष्कर्ष
दूसरे का चार्जर उपयोग करना या पब्लिक चार्जिंग प्वाइंट का इस्तेमाल करना जितना सामान्य लगता है, उतना ही खतरनाक भी हो सकता है।
स्मार्टफोन की बैटरी को चार्ज करने के लिए हमेशा अपना चार्जर और पावर बैंक साथ रखें। तकनीक का सही तरीके से इस्तेमाल करें और किसी भी अनजान डिवाइस से कनेक्ट होने से बचें। याद रखें, आपकी सुरक्षा आपके हाथ में है।
वरिष्ठ संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट