पीएम मोदी 11वीं बार लालकिले पर तिरंगा फहराएंगे: 1037 जवानों को वीरता और सेवा पदक मिलेंगे; 6 हजार स्पेशल गेस्ट में किसान, युवा और महिलाएं शामिल

पीएम मोदी 11वीं बार लालकिले पर तिरंगा फहराएंगे: 1037 जवानों को वीरता और सेवा पदक मिलेंगे; 6 हजार स्पेशल गेस्ट में किसान, युवा और महिलाएं शामिल

नई दिल्ली: भारत आज अपना 78वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है, और इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11वीं बार लाल किले से तिरंगा फहराएंगे। स्वतंत्रता दिवस का यह विशेष कार्यक्रम ऐतिहासिक लाल किले पर आयोजित किया जाएगा, जहां प्रधानमंत्री मोदी देशवासियों को संबोधित करेंगे। इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस की थीम 'विकसित भारत' रखी गई है, जिसका उद्देश्य 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है। कार्यक्रम की शुरुआत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन से पहले राजघाट जाएंगे, जहां वे महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वे लाल किले पर पहुंचेंगे, जहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, और रक्षा सचिव गिरिधर अरमाने करेंगे। प्रधानमंत्री को गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा, जिसके बाद वे तिरंगा फहराएंगे और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे। विशेष सम्मान: इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस पर 1037 जवानों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन सैनिकों को दिया जाता है जिन्होंने अपने देश की सेवा में वीरता का प्रदर्शन किया है। इस अवसर पर 6 हजार विशेष मेहमान भी आमंत्रित किए गए हैं, जिनमें किसान, युवा, और महिलाएं प्रमुख रूप से शामिल हैं। इन विशेष मेहमानों का चयन देश के विभिन्न हिस्सों से किया गया है ताकि समाज के सभी वर्गों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके। विकसित भारत की दिशा में कदम: इस स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री का संबोधन विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि यह 'विकसित भारत' की थीम पर केंद्रित होगा। प्रधानमंत्री मोदी इस मौके पर देशवासियों को 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए प्रेरित करेंगे और सरकार की योजनाओं और उपलब्धियों पर भी प्रकाश डालेंगे। निष्कर्ष: स्वतंत्रता दिवस का यह कार्यक्रम देशवासियों के लिए एक प्रेरणास्पद और ऐतिहासिक क्षण होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत एक नई ऊंचाईयों की ओर अग्रसर हो रहा है, और इस 78वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री का संबोधन देश के विकास और समृद्धि की दिशा में एक और कदम होगा।