पाली 4 दिन से खोजने में लगे थे पुलिस के 120 जवान, गली के कुत्ते ने घर के पास ही खोज निकाला मनन का शव..
पाली.. शहर से मंगलवार को लापता हुए बच्चे मनन का शव उसके घर के पास ही मिल गया है। इस घटना के बाद पूरे जिले में हड़कंप मच गया था।
मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने 4 दिनों में सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। शुक्रवार को मनन के पड़ोसी ने जब नाली के पास कुत्ते को सूंघते हुए देखा, तो शक होने पर नाली की जांच की और मासूम का शव दिखाई दिया।
शव मिलने की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विपिन शर्मा, सीओ सिटी देरावर सिंह, और औद्योगिक थाना प्रभारी पाना चौधरी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने घटना स्थल की जांच की और शव को नाली से बाहर निकालकर बांगड अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया।
वहीं, परिजन मासूम मनन की हत्या का अंदेशा जता रहे हैं। खोजने में लगे थे 120 पुलिसकर्मी मंगलवार दोपहर घर के बाहर से गायब हुए बच्चे को तलाशने के लिए पुलिस ने व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया। करीब 120 से अधिक पुलिसकर्मी क्षेत्र के घरों और सड़कों की तलाशी में जुटे थे।
मामले को गंभीरता से लेते हुए जोधपुर डॉग स्क्वॉड को भी बुलाया गया था। सभी पुलिसकर्मियों ने मोहल्ले के घरों, पानी की टंकियों, सड़कों, नालियों और खाली प्लॉट्स की गहन जांच की। लेकिन बच्चे का कोई सुराग नहीं मिला।
एसपी चूनाराम जाट, एएसपी विपिन शर्मा, सीओ सिटी देरावर सिंह सोढ़ा, और शहर के तीनों थानों के प्रभारियों ने अपनी-अपनी टीम के साथ गली-मोहल्लों में जाकर लोगों से पूछताछ की थी।
क्या है पूरा मामला..? चार दिन पहले शहर में मनन की मां डिम्पल अपने ढाई साल के बेटे के साथ घर के बाहर खड़ी थीं। राशन का गेहूं लाने के लिए डिम्पल जब घर के अंदर गईं, तो लौटने पर मनन लापता था।
उसी समय बिजली विभाग ने इलाके में 10 मिनट का शटडाउन लिया था, जिससे सीसीटीवी कैमरे बंद हो गए थे। इसी कारण पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया। हत्या की आशंका और जांच जारी परिजन और पड़ोसियों ने मनन की हत्या की आशंका जताई है।
पुलिस ने इलाके में रहने वाले सभी संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की गहनता से जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को पकड़ लिया जाएगा। यह घटना न केवल शहर बल्कि पूरे राज्य के लिए दुखद है।
पुलिस और प्रशासन पर अब इस बात का दबाव है कि वे जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाएं और दोषियों को सख्त सजा दिलाएं।
वरिष्ठ संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट