भाजपा जिलाध्यक्ष चयन प्रक्रिया: इस बार राष्ट्रीय नेतृत्व की मंजूरी अनिवार्य..

भाजपा जिलाध्यक्ष चयन प्रक्रिया: इस बार राष्ट्रीय नेतृत्व की मंजूरी अनिवार्य..

भाजपा संगठन में इस बार जिलाध्यक्षों के नामों को अंतिम मंजूरी राष्ट्रीय नेतृत्व से लेनी अनिवार्य होगी। भाजपा सूत्रों के अनुसार, राष्ट्रीय संगठन नेतृत्व सभी जिलाध्यक्षों की सूची को मंजूरी देने के बाद इसे सार्वजनिक कर सकता है।

इस प्रक्रिया में पारदर्शिता और सहमति सुनिश्चित करने के लिए संगठन पर्व चुनाव संयोजकों को व्यापक निर्देश दिए गए हैं।

 भाजपा जिलाध्यक्ष चयन की प्रक्रिया:-

  1. स्थानीय स्तर पर रायशुमारी:- भाजपा जिला संयोजक अपने प्रभार के जिलों में वरिष्ठ नेताओं, विधायकों, सांसदों, और संगठन के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक बुलाकर जिलाध्यक्षों के नामों का पैनल तैयार करेंगे।
  2.  2. पैनल तैयार करने की शर्तें:- पैनल में मौजूदा निवर्तमान जिलाध्यक्ष का नाम शामिल करना अनिवार्य होगा। जिले के अन्य दावेदारों में से सबसे अधिक समर्थन पाने वाले तीन नामों को क्रमवार रखा जाएगा। संघ विचार परिवार के प्रमुख पदाधिकारियों से भी चर्चा कर फीडबैक लिया जाएगा।
  3.  3. प्रदेश स्तर पर मंथन:- यह पैनल प्रदेशाध्यक्ष और प्रदेश संगठन पर्व संयोजक को भेजा जाएगा। यहां से विचार-विमर्श के बाद एक से दो नाम राष्ट्रीय नेतृत्व को भेजे जाएंगे।
  4. 4. राष्ट्रीय नेतृत्व की भूमिका:- भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के नेतृत्व में दिल्ली मुख्यालय में सभी राज्यों के प्रदेशाध्यक्षों और संगठन महामंत्रियों की बैठक में जिलाध्यक्षों के नामों पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। निर्विरोध निर्वाचन की योजना:-
  5.  भाजपा जिलाध्यक्षों का चुनाव अधिकतर जिलों में निर्विरोध संपन्न कराने की योजना है। जनवरी के पहले पखवाड़े तक जिलाध्यक्षों का चयन और फरवरी के पहले हफ्ते तक प्रदेशाध्यक्ष का निर्वाचन पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
  6. महिलाओं और एससी-एसटी समुदाय को प्राथमिकता:- भाजपा नेतृत्व ने संकेत दिया है कि जिलाध्यक्षों और मंडल अध्यक्षों के चयन में महिलाओं और एससी-एसटी समुदाय को प्राथमिकता दी जाएगी। प्रत्येक जिले में दो से तीन महिला मंडल अध्यक्ष और एक से दो एससी-एसटी वर्ग के नेताओं को मौका दिया जाएगा।
  7.  प्रदेश स्तर पर तैयारियां:- राजस्थान से भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़, संगठन पर्व संयोजक नारायण पंचारिया, और प्रदेश प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल दिल्ली में बैठक कर फीडबैक साझा कर रहे हैं। राधा मोहन अग्रवाल जनवरी के पहले हफ्ते में जयपुर आकर जिलाध्यक्षों के पैनल पर चर्चा करेंगे।
  8. आगामी सूची जारी होने की संभावना:- प्रदेश संगठन नेतृत्व द्वारा इस सप्ताह मंडल अध्यक्ष और मंडल प्रतिनिधियों की पहली सूची जारी किए जाने के पूरे आसार हैं। इससे जिलाध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया को तेज किया जा सकेगा।
  9. भाजपा संगठन के इस कदम से यह स्पष्ट है कि जिलाध्यक्ष चयन में संगठनात्मक मजबूती और सहमति को प्राथमिकता दी जा रही है, जो आगामी चुनावों में पार्टी की जीत सुनिश्चित करने का आधार बनेगी।
  10. वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट