प्रेग्नेंट देवरानी नहर में गिरी, जेठानी बचाने कूदी: सवा चार घंटे बाद दोनों के शव मिले; पैर फिसलने से हुआ हादस..

प्रेग्नेंट देवरानी नहर में गिरी, जेठानी बचाने कूदी: सवा चार घंटे बाद दोनों के शव मिले; पैर फिसलने से हुआ हादस..

बाड़मेर: राजस्थान के बाड़मेर जिले में एक दर्दनाक हादसा सामने आया है। गुड़ामालानी थाना क्षेत्र के रामजी की गोल तेजीया वास में बुधवार दोपहर नर्मदा नहर के पास बकरियां चराने गई दो महिलाओं की मौत हो गई।

छह माह की गर्भवती महिला का पैर फिसलने से वह नहर में गिर गई। उसे बचाने के लिए उसकी जेठानी ने भी छलांग लगा दी, लेकिन दोनों ही पानी के तेज बहाव में डूब गईं।

 रेस्क्यू के बाद निकाले शव

पुलिस और रेस्क्यू टीम ने करीब चार घंटे के प्रयास के बाद दोनों के शव नहर से बाहर निकाले। डीएसपी सुखराम विश्नोई ने बताया कि हादसा दोपहर करीब 2 बजे हुआ। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान दो घंटे बाद देवरानी लक्ष्मी (22) का शव मिला, जबकि शाम 6:15 बजे जेठानी जेती (32) का शव निकाला गया। दोनों शवों को गुड़ामालानी अस्पताल की मोर्चरी में रखा गया है।

कैसे हुआ हादसा..? 

घटना के बारे में चौकी प्रभारी प्रहलादराम ने जानकारी दी कि रामजी की गोल तेजीया वास निवासी लक्ष्मी पत्नी मंगलाराम और जेती पत्नी मांगीलाल बकरियां चराने नहर के पास गई थीं। इसी दौरान लक्ष्मी का पैर फिसल गया और वह नहर में गिर गई। उसे बचाने के लिए जेती ने तुरंत छलांग लगाई, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था कि दोनों डूब गईं।

स्थानीय प्रशासन का सहयोग

घटना की सूचना मिलते ही गुड़ामालानी एसडीएम केशव कुमार मीणा, डीएसपी सुखराम विश्नोई और थानाधिकारी मुक्ता पारीक मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। स्थानीय निवासी प्रभुराम ने बताया कि लक्ष्मी छह माह की गर्भवती थी और जेती तीन बच्चों की मां थी।

परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

हादसे से पूरा परिवार सदमे में है। दोनों महिलाओं के पति किसान हैं और उनका जीवन पूरी तरह इन पर निर्भर था। स्थानीय प्रशासन ने परिजनों से बातचीत कर मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

ग्रामीणों ने प्रशासन से नहर के आसपास सुरक्षा उपाय बढ़ाने की मांग की है ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है। प्रशासन से उम्मीद की जा रही है कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।

वरिष्ठ संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट