बेरूत पर हमले में हिजबुल्ला के वरिष्ठ अधिकारी इब्राहिम अकील की मौत: Israeli army

यरुशलम/बेरूत । हिज्बुल्ला ने उत्तरी इजराइल पर 140 से ज्यादा रॉकेट दागे जिसके जवाब में इजराइली सेना ने लेबनान के बेरूत में ‘लक्षित हमले’ किये जिसमें उग्रवादी संगठन का वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इब्राहिम अकील मारा गया। हिज्बुल्ला की तरफ से हालांकि अकील की मौत की तत्काल पुष्टि नहीं की गयी है। लेबनानी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में कम से कम नौ लोग मारे गए थे और करीब 60 अन्य घायल हो गए। हमले में दो रिहाइशी इमारतें जमींदोज हो गयीं। इजराइली सेना ने यह भी दावा किया कि उसके हमले में हिज्बुल्ला के विशिष्ट रदवान बल के अन्य “शीर्ष पदाधिकारी” भी मारे गए, हालांकि उसने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया। हिजबुल्ला के एक पदाधिकारी ने पुष्टि की कि दाहिया जिले में जब इमारत को निशाना बनाया गया तो अकील वहां मौजूद था। अधिकारी को मीडिया को जानकारी देने का अधिकार नहीं था। अकील हिजबुल्ला की विशिष्ट रदवान बल और समूह की सर्वोच्च सैन्य संस्था जिहाद काउंसिल के प्रमुख के रूप में कार्य कर चुका है। अमेरिका ने 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास और अमेरिकी मरीन कोर की बैरकों पर हुए दो आतंकवादी हमलों में शामिल होने के लिए उस पर प्रतिबंध लगाया है, जिसमें 300 से अधिक लोग मारे गए थे। हिज्बुल्ला ने शुक्रवार सुबह उत्तरी इजराइल में 140 रॉकेट दागे। यह हमला आतंकवादी समूह के नेता हसन नसरल्लाह द्वारा इजराइल पर बड़े पैमाने पर बमबारी का बदला लेने की कसम खाने के एक दिन बाद हुआ। इजराइली सेना और आतंकवादी समूह ने यह जानकारी दी। सात अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले के बाद से इजराइली सेना ने गाजा में विनाशकारी हमला किया है, जिसके कारण तनाव बढ़ गया है और इजराइल तथा ईरान समर्थित हिजबुल्ला के बीच सीमा पार से नियमित हमले होने लगे हैं। शुक्रवार को हमला दाहिया जिले में व्यस्त समय में हुआ, जब लोग काम से निकल रहे थे और बच्चे स्कूल से घर जा रहे थे। स्थानीय नेटवर्कों ने फुटेज प्रसारित की जिसमें बेरूत शहर से कुछ किलोमीटर दूर जामौस क्षेत्र में एक ऊंची इमारत पूरी तरह से ध्वस्त दिखाई दे रही थी, जहां हिजबुल्लाह का प्रभाव है। एक इजराइली अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए बताया कि इस हमले का लक्ष्य हिज्बुल्ला के विशिष्ट रदवान बल का प्रमुख इब्राहिम अकील था। बेरूत पर इजराइली हवाई हमले के तुरंत बाद हिज्बुल्ला ने उत्तरी इजराइल पर दो और हमलों की घोषणा की, जिनमें से एक में उसने खुफिया अड्डे को निशाना बनाया, जिसके बारे में उसने दावा किया कि वहीं से इजराइल ने हत्याओं का निर्देश दिया था। इजराइल ने इन नवीनतम हमलों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। इजराइल की सेना ने कहा कि शुक्रवार दोपहर को तीन दौर में उसके इलाकों पर रॉकेट दागे गए, जिनका लक्ष्य लेबनान से लगी सीमा पर स्थित स्थल थे। हिज्बुल्ला ने कहा कि उसने सीमा पर कई स्थानों को कत्युशा रॉकेटों से निशाना बनाया है, जिनमें कई हवाई रक्षा अड्डे और एक इजराइली बख्तरबंद ब्रिगेड का मुख्यालय भी शामिल है। उसने कहा कि इन ठिकानों पर पहली बार हमला किया गया है। इजराइली सेना ने कहा कि गोलान पहाड़ियों, साफेद और ऊपरी गैलिली के क्षेत्रों में 120 मिसाइलें दागी गयीं, जिनमें से कुछ को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। सेना ने बताया कि अग्निशमन दल कई क्षेत्रों में जमीन पर गिरे मलबे के टुकड़ों से लगी आग को बुझाने में जुटे हैं। सेना ने यह नहीं बताया कि क्या किसी मिसाइल ने लक्ष्य को भेदा या कोई हताहत हुआ। सेना ने बताया कि मेरोन और नेटुआ क्षेत्रों में 20 मिसाइलें दागी गईं और इनमें से अधिकांश खुले क्षेत्रों में गिरीं। सेना ने बताया कि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।

बेरूत पर हमले में हिजबुल्ला के वरिष्ठ अधिकारी इब्राहिम अकील की मौत: Israeli army
यरुशलम/बेरूत । हिज्बुल्ला ने उत्तरी इजराइल पर 140 से ज्यादा रॉकेट दागे जिसके जवाब में इजराइली सेना ने लेबनान के बेरूत में ‘लक्षित हमले’ किये जिसमें उग्रवादी संगठन का वरिष्ठ सैन्य अधिकारी इब्राहिम अकील मारा गया। हिज्बुल्ला की तरफ से हालांकि अकील की मौत की तत्काल पुष्टि नहीं की गयी है। लेबनानी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, इस हमले में कम से कम नौ लोग मारे गए थे और करीब 60 अन्य घायल हो गए। हमले में दो रिहाइशी इमारतें जमींदोज हो गयीं। इजराइली सेना ने यह भी दावा किया कि उसके हमले में हिज्बुल्ला के विशिष्ट रदवान बल के अन्य “शीर्ष पदाधिकारी” भी मारे गए, हालांकि उसने इस बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया। 

हिजबुल्ला के एक पदाधिकारी ने पुष्टि की कि दाहिया जिले में जब इमारत को निशाना बनाया गया तो अकील वहां मौजूद था। अधिकारी को मीडिया को जानकारी देने का अधिकार नहीं था। अकील हिजबुल्ला की विशिष्ट रदवान बल और समूह की सर्वोच्च सैन्य संस्था जिहाद काउंसिल के प्रमुख के रूप में कार्य कर चुका है। अमेरिका ने 1983 में बेरूत में अमेरिकी दूतावास और अमेरिकी मरीन कोर की बैरकों पर हुए दो आतंकवादी हमलों में शामिल होने के लिए उस पर प्रतिबंध लगाया है, जिसमें 300 से अधिक लोग मारे गए थे। हिज्बुल्ला ने शुक्रवार सुबह उत्तरी इजराइल में 140 रॉकेट दागे। यह हमला आतंकवादी समूह के नेता हसन नसरल्लाह द्वारा इजराइल पर बड़े पैमाने पर बमबारी का बदला लेने की कसम खाने के एक दिन बाद हुआ। 

इजराइली सेना और आतंकवादी समूह ने यह जानकारी दी। सात अक्टूबर को इजराइल पर हमास के हमले के बाद से इजराइली सेना ने गाजा में विनाशकारी हमला किया है, जिसके कारण तनाव बढ़ गया है और इजराइल तथा ईरान समर्थित हिजबुल्ला के बीच सीमा पार से नियमित हमले होने लगे हैं। शुक्रवार को हमला दाहिया जिले में व्यस्त समय में हुआ, जब लोग काम से निकल रहे थे और बच्चे स्कूल से घर जा रहे थे। स्थानीय नेटवर्कों ने फुटेज प्रसारित की जिसमें बेरूत शहर से कुछ किलोमीटर दूर जामौस क्षेत्र में एक ऊंची इमारत पूरी तरह से ध्वस्त दिखाई दे रही थी, जहां हिजबुल्लाह का प्रभाव है। 

एक इजराइली अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए बताया कि इस हमले का लक्ष्य हिज्बुल्ला के विशिष्ट रदवान बल का प्रमुख इब्राहिम अकील था। बेरूत पर इजराइली हवाई हमले के तुरंत बाद हिज्बुल्ला ने उत्तरी इजराइल पर दो और हमलों की घोषणा की, जिनमें से एक में उसने खुफिया अड्डे को निशाना बनाया, जिसके बारे में उसने दावा किया कि वहीं से इजराइल ने हत्याओं का निर्देश दिया था। इजराइल ने इन नवीनतम हमलों पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की। 

इजराइल की सेना ने कहा कि शुक्रवार दोपहर को तीन दौर में उसके इलाकों पर रॉकेट दागे गए, जिनका लक्ष्य लेबनान से लगी सीमा पर स्थित स्थल थे। हिज्बुल्ला ने कहा कि उसने सीमा पर कई स्थानों को कत्युशा रॉकेटों से निशाना बनाया है, जिनमें कई हवाई रक्षा अड्डे और एक इजराइली बख्तरबंद ब्रिगेड का मुख्यालय भी शामिल है। उसने कहा कि इन ठिकानों पर पहली बार हमला किया गया है। इजराइली सेना ने कहा कि गोलान पहाड़ियों, साफेद और ऊपरी गैलिली के क्षेत्रों में 120 मिसाइलें दागी गयीं, जिनमें से कुछ को हवा में ही नष्ट कर दिया गया। सेना ने बताया कि अग्निशमन दल कई क्षेत्रों में जमीन पर गिरे मलबे के टुकड़ों से लगी आग को बुझाने में जुटे हैं। सेना ने यह नहीं बताया कि क्या किसी मिसाइल ने लक्ष्य को भेदा या कोई हताहत हुआ। सेना ने बताया कि मेरोन और नेटुआ क्षेत्रों में 20 मिसाइलें दागी गईं और इनमें से अधिकांश खुले क्षेत्रों में गिरीं। सेना ने बताया कि इसमें किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।