Biden अपने कार्यकाल के अंतिम महीनों में एशिया-प्रशांत कूटनीति पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देंगे

विलमिंगटन (अमेरिका) । राष्ट्रपति जो बाइडन जब शनिवार को अपने गृहनगर में ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत के नेताओं की मेजबानी करेंगे तो वह हिंद-प्रशांत साझेदारी को प्रदर्शित करना चाहेंगे जिसे उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद से पोषित किया है, साथ ही उनकी नजर अपनी विरासत पर भी होगी। जब बाइडन ने व्हाइट हाउस में प्रवेश किया तो उससे पहले तथा कथित क्वाड के सदस्य देशों की बैठक केवल विदेश मंत्री स्तर पर ही होती थी। बाइडन ने इस समूह को एक शीर्ष-स्तरीय साझेदारी में बदलने की कोशिश की और अमेरिकी विदेश नीति का रुख पश्चिम एशिया में संघर्षों से दूर तथा हिंद-प्रशांत में खतरों और अवसरों की ओर मोड़ने की कोशिश की। इस सप्ताहांत का शिखर सम्मेलन 2021 के बाद से (क्वाड) नेताओं का चौथा व्यक्तिगत और कुल मिलाकर छठा सम्मेलन है। बाइडन ने इस बैठक के लिए व्यक्तिगत रुचि दिखाई जो संभवतः 20 जनवरी को पद छोड़ने से पहले समूह की अंतिम बैठक होगी। उन्होंने विलमिंगटन, डेलावेयर में अपने घर को प्रत्येक नेता के लिए खोल दिया। इसके अलावा एक संयुक्त बैठक तथा उस हाई स्कूल में औपचारिक रात्रिभोज का आयोजन किया, जहां उन्होंने 60 साल से अधिक समय पहले पढ़ाई की थी। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री फूमिओ किशिदा अगले सप्ताह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने से पहले बैठकों के लिए विलमिंगटन पहुंचे। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन ज्यां पियरे ने कहा, “वह उनके साथ कुछ निजी पल बिताना चाहते हैं, ताकि उन रिश्तों को आगे बढ़ाया जा सके। यह इस बारे में है।” शुक्रवार दोपहर को बाइडन ने शहर के पश्चिम में कई मील दूर एक जंगली इलाके में एक तालाब पर बने अपने विशाल घर में अल्बनीज़ का स्वागत किया। शनिवार को, उन्हें किशिदा और मोदी की मेजबानी भी वहीं करनी है, उसके बाद पास के क्लेमोंट में आर्कमेरे अकादमी में सभी नेताओं के साथ परामर्श किया जाएगा। ज्यां-पियरे ने कहा कि समाचार संवाददाताओं और फोटोग्राफरों को नेताओं के साथ बाइडन की व्यक्तिगत बैठकों को कवर करने की इजाजत नहीं दी गई है और बाइडन कोई संवाददाता सम्मेलन भी नहीं करेंगे।

Biden अपने कार्यकाल के अंतिम महीनों में एशिया-प्रशांत कूटनीति पर व्यक्तिगत रूप से ध्यान देंगे
विलमिंगटन (अमेरिका) । राष्ट्रपति जो बाइडन जब शनिवार को अपने गृहनगर में ऑस्ट्रेलिया, जापान और भारत के नेताओं की मेजबानी करेंगे तो वह हिंद-प्रशांत साझेदारी को प्रदर्शित करना चाहेंगे जिसे उन्होंने पदभार ग्रहण करने के बाद से पोषित किया है, साथ ही उनकी नजर अपनी विरासत पर भी होगी। जब बाइडन ने व्हाइट हाउस में प्रवेश किया तो उससे पहले तथा कथित क्वाड के सदस्य देशों की बैठक केवल विदेश मंत्री स्तर पर ही होती थी। बाइडन ने इस समूह को एक शीर्ष-स्तरीय साझेदारी में बदलने की कोशिश की और अमेरिकी विदेश नीति का रुख पश्चिम एशिया में संघर्षों से दूर तथा हिंद-प्रशांत में खतरों और अवसरों की ओर मोड़ने की कोशिश की। 

इस सप्ताहांत का शिखर सम्मेलन 2021 के बाद से (क्वाड) नेताओं का चौथा व्यक्तिगत और कुल मिलाकर छठा सम्मेलन है। बाइडन ने इस बैठक के लिए व्यक्तिगत रुचि दिखाई जो संभवतः 20 जनवरी को पद छोड़ने से पहले समूह की अंतिम बैठक होगी। उन्होंने विलमिंगटन, डेलावेयर में अपने घर को प्रत्येक नेता के लिए खोल दिया। इसके अलावा एक संयुक्त बैठक तथा उस हाई स्कूल में औपचारिक रात्रिभोज का आयोजन किया, जहां उन्होंने 60 साल से अधिक समय पहले पढ़ाई की थी। आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापानी प्रधानमंत्री फूमिओ किशिदा अगले सप्ताह न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में भाग लेने से पहले बैठकों के लिए विलमिंगटन पहुंचे। 

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरीन ज्यां पियरे ने कहा, “वह उनके साथ कुछ निजी पल बिताना चाहते हैं, ताकि उन रिश्तों को आगे बढ़ाया जा सके। यह इस बारे में है।” शुक्रवार दोपहर को बाइडन ने शहर के पश्चिम में कई मील दूर एक जंगली इलाके में एक तालाब पर बने अपने विशाल घर में अल्बनीज़ का स्वागत किया। शनिवार को, उन्हें किशिदा और मोदी की मेजबानी भी वहीं करनी है, उसके बाद पास के क्लेमोंट में आर्कमेरे अकादमी में सभी नेताओं के साथ परामर्श किया जाएगा। ज्यां-पियरे ने कहा कि समाचार संवाददाताओं और फोटोग्राफरों को नेताओं के साथ बाइडन की व्यक्तिगत बैठकों को कवर करने की इजाजत नहीं दी गई है और बाइडन कोई संवाददाता सम्मेलन भी नहीं करेंगे।