पाली जिले में नए साल पर मनी जश्न: लाखों की शराब का हुआ सेवन..

पाली जिले में नए साल पर मनी जश्न: लाखों की शराब का हुआ सेवन..

पाली, 3 जनवरी: नए साल का जश्न पाली जिले में जोर-शोर से मनाया गया। बीते साल को विदा करते हुए और नए साल का स्वागत करते हुए जिले भर में उत्सव का माहौल रहा।

 विभिन्न होटलों, रेस्टोरेंट्स, फार्महाउस और निजी पार्टियों में बड़ी संख्या में लोगों ने शामिल होकर नए साल का जश्न मनाया। इस दौरान, लाखों रुपए की शराब की खपत ने सभी का ध्यान खींचा।

 पाली जिले में लाखों की शराब की खपत- पाली जिले के आबकारी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, नए साल के मौके पर शराब की बिक्री में जबरदस्त इजाफा देखने को मिला।

 जिले में 31 दिसंबर और 1 जनवरी को शराब की बिक्री ने रिकॉर्ड तोड़ दिए। अनुमान के मुताबिक, इन दो दिनों में करीब 50 लाख रुपए से अधिक की शराब की खपत हुई।

कहां-कहां हुई सबसे ज्यादा खपत..? पाली शहर: सबसे अधिक शराब की खपत पाली शहर में हुई, जहां विभिन्न बार, होटलों और पार्टियों में बड़ी संख्या में लोगों ने शराब का सेवन किया। सोजत: सोजत में भी नए साल के जश्न में शराब की खपत का स्तर काफी ऊंचा रहा।

रानी और फालना: इन इलाकों में भी होटलों और फार्महाउस में आयोजित पार्टियों ने शराब की बिक्री को बढ़ावा दिया। ग्रामीण क्षेत्र: ग्रामीण इलाकों में भी शराब का सेवन नए साल के जश्न का हिस्सा बना।

 पुलिस और प्रशासन की भूमिका- पाली पुलिस और प्रशासन ने नए साल के मौके पर विशेष सतर्कता बरती। शराब के नशे में गाड़ी चलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की गई।

 45 चालान शराब पीकर वाहन चलाने के मामलों में किए गए। 5 लोगों को हिरासत में लिया गया जो नशे में हुड़दंग कर रहे थे। प्रशासन ने सार्वजनिक जगहों पर शराब पीने पर सख्ती दिखाते हुए कई कार्रवाई की।

सामाजिक संगठनों ने की अपील- सामाजिक संगठनों और जागरूक नागरिकों ने इस अवसर पर लोगों से शराब के दुरुपयोग से बचने और संयमित जश्न मनाने की अपील की।

हालांकि, इस अपील का व्यापक असर देखने को नहीं मिला, और शराब की खपत के आंकड़े चौंकाने वाले रहे।

 नए साल के लिए प्रशासन की योजना- पाली जिला प्रशासन ने इस बार शराब के अवैध व्यापार पर रोक लगाने के लिए कड़े कदम उठाए और हर दुकान पर पर्याप्त मात्रा में लाइसेंस प्राप्त शराब की उपलब्धता सुनिश्चित की।

 अधिकारियों का कहना है कि ऐसे आयोजनों में लोगों को संयमित रहना चाहिए। पाली जिले में नए साल का जश्न एक उत्सव के रूप में मनाया गया।

लेकिन लाखों की शराब की खपत ने इस खुशी को एक अलग रूप दे दिया। यह समाज के लिए चिंतन का विषय है कि उत्सवों को संयमित तरीके से मनाते हुए कैसे संतुलन बनाए रखा जाए।

वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट