सोजत में महिला किसानों को मिला सरसों की उन्नत किस्म का नि:शुल्क बीज मिनीकिट, कृषि विभाग ने की सराहनीय पहल..

सोजत में महिला किसानों को मिला सरसों की उन्नत किस्म का नि:शुल्क बीज मिनीकिट, कृषि विभाग ने की सराहनीय पहल..

सोजत, 08 अक्टूबर: राजस्थान सरकार का कृषि विभाग लगातार किसानों की आय बढ़ाने और फसलों की उत्पादकता में सुधार लाने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाओं का संचालन कर रहा है। इसी कड़ी में, सोजत के महिला किसानों को सरसों की उन्नत किस्म RH-761 का 2.00 किलो वजन का बीज मिनीकिट नि:शुल्क वितरित किया गया है।

यह पहल राज्य सरकार द्वारा किसानों को आधुनिक कृषि तकनीक और बेहतर बीज उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

सरकार की महत्वपूर्ण योजना: सहायक कृषि अधिकारी राजश्री श्रीमाली ने बताया कि सरकार का उद्देश्य महिलाओं को कृषि के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है।

इसीलिए राज्य सरकार महिला किसानों को "राइडा सरसों मिनीकिट" नि:शुल्क दे रही है, ताकि वे सरसों की खेती में न केवल अधिक उपज प्राप्त कर सकें, बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो सके। सरसों की यह किस्म अधिक उत्पादन क्षमता और बेहतर गुणवत्ता के लिए जानी जाती है, जिससे किसानों को बाजार में बेहतर दाम मिल सकेंगे।

महिला किसानों का योगदान: इस कार्यक्रम के अंतर्गत सोजत क्षेत्र की कई महिला किसानों को बीज वितरित किए गए। महिला किसानों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि सरकार द्वारा उठाए गए इस कदम से उन्हें काफी प्रोत्साहन मिला है।

 महिला किसान शारदा देवी ने कहा, "सरकार द्वारा दिया गया यह बीज मिनीकिट हमारी फसलों की उत्पादकता बढ़ाने में सहायक होगा। हम इस योजना के तहत सरसों की खेती कर लाभान्वित होंगे।" सरसों की किस्म RH-761 के लाभ: राज्य सरकार द्वारा वितरित सरसों की उन्नत किस्म RH-761 न केवल जलवायु सहनशील है, बल्कि इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता भी अधिक होती है। इससे कम संसाधनों में भी अच्छी उपज मिल सकती है, जिससे छोटे और मझोले किसानों को काफी लाभ होगा।

 कृषि विभाग के अनुसार, इस किस्म से प्रति हेक्टेयर उपज में सुधार होने की संभावना है, जिससे किसानों को आर्थिक फायदा मिलेगा। आगे की योजनाएं: कृषि विभाग ने बताया कि आने वाले समय में अन्य फसलों के लिए भी किसानों को इसी तरह के उन्नत बीज मिनीकिट्स दिए जाएंगे, ताकि राज्य के किसानों की स्थिति मजबूत हो सके।

विभाग महिला किसानों को विशेष रूप से प्रशिक्षित करने और उन्हें कृषि में नए तकनीकों का ज्ञान देने की दिशा में भी काम कर रहा है। कृषि विभाग की यह पहल महिला किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और कृषि में उनकी भागीदारी बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

वरिष्ठ संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट