पाई-पाई के मोहताज हुए विनोद कांबली,सेहत भी साथ छोड़ रही, घर भी बिकने की कगार पर..

पाई-पाई के मोहताज हुए विनोद कांबली,सेहत भी साथ छोड़ रही, घर भी बिकने की कगार पर..

कभी भारतीय क्रिकेट के चमकते सितारे रहे विनोद कांबली का नाम आज चर्चा में है, लेकिन वजह कुछ और है। मुंबई के पॉश इलाके बांद्रा वेस्ट में उनका करोड़ों का आलीशान फ्लैट आज विवादों और मुश्किलों का गवाह बन चुका है।

 अपने शानदार करियर और लग्जरी लाइफस्टाइल के लिए पहचाने जाने वाले कांबली, अब अपने ही घर का लोन और मेंटेनेंस चुकाने में असमर्थ हैं।

 दीवारों पर लगी सचिन तेंदुलकर के साथ उनकी तस्वीरें एक सुनहरे दौर की याद दिलाती हैं, लेकिन आज उनकी आर्थिक स्थिति और खराब सेहत ने सभी को चौंका दिया है।

विनोद कांबली के घर की कीमत..?

 पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली का मुंबई के बांद्रा वेस्ट के ज्वेल टॉवर अपार्टमेंट में स्थित 3-BHK फ्लैट, जिसकी कीमत लगभग 8 करोड़ रुपये है, चर्चा का विषय बना हुआ है।

कांबली का यह फ्लैट अपनी शानदार बनावट और सुंदर इंटीरियर के लिए जाना जाता है। इसमें ओपन स्टाइल का किचन, बड़ा लिविंग और ड्रॉइंग रूम और शानदार सजावट वाली दीवार के साथ उनकी पत्नी एंड्रिया हेविट का पोर्ट्रेट शामिल है।

 कांबली ने 2012 में ईसाई धर्म अपनाया था और इसके बाद वे अपने घर में बड़े स्तर पर क्रिसमस मनाते थे। उनके घर की दीवारों पर उनके बचपन के दोस्त सचिन तेंदुलकर के साथ तस्वीरें लगी हुई हैं, जो उनकी गहरी दोस्ती को दर्शाती हैं।

 घर चलाना भी हो रहा मुश्किल ..?

हालांकि, उनकी मौजूदा वित्तीय स्थिति चिंताजनक है। कांबली पर 10.5 लाख रुपये की मेंटेनेंस फीस बकाया है, जिसे लेकर 2013 में शिकायत दर्ज की गई थी। इसके अलावा, उन्होंने अपने घर और कार लोन का भुगतान भी नहीं किया।

जिससे उनकी परेशानियां और बढ़ गईं। BCCI से मिलने वाली 30,000 रुपये की मासिक पेंशन उनके जीवनयापन का एकमात्र जरिया है। शराब की लत ने उनकी स्थिति को और खराब कर दिया, जिसके चलते वह 14 बार रिहैबिलिटेशन जा चुके हैं।

 उनकी कुल संपत्ति 12 करोड़ रुपये से ज्यादा थी, लेकिन 2022 तक उनकी आय घटकर सिर्फ 4 लाख रुपये रह गई।

 कांबली ने रिटायरमेंट के बाद क्या किया..?

कांबली ने रिटायरमेंट के बाद क्रिकेट अकादमी “खेल भारती स्पोर्ट्स अकादमी” शुरू की और मुंबई के BKC में कोच के रूप में भी काम किया। बावजूद इसके, उनकी आर्थिक समस्याएं हल नहीं हो सकीं।

 उनकी कहानी एक प्रेरणा भी है और एक चेतावनी भी कि जीवन में आने वाले संकटों से निपटने के लिए मानसिक और वित्तीय रूप से मजबूत होना जरूरी है।

आज उनकी खराब सेहत और आर्थिक स्थिति उनके प्रशंसकों के लिए चिंता का विषय बनी हुई है।

आखिर एसा क्यो हुआ..?

एक साथ अपनी क्रिकेट कि पारी शुरू करने वाले सचीन और विनोद मे जमीन आसमान का फर्क आ चुका है जहाँ सचीन अर्श पर है वही विनोद फर्श पर पहुँच चुके है।

अपने अच्छे दिनो मे विनोद ने किसी कि कद्र नही कि सोचा अब पुरी जिन्दगी इसी एशो आराम मे गुजरेगी लेकिन कब वक्त ने पाला बदला उन्हें पता ही नही चला और जब पता चला तब तक बहोत देर हो चुकी थी।