सोजत सिटी..देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले सैनिक महान है उन्हें युगों-युगों तक याद किया जाएगा : सेन
पूर्व सैनिक संगठन ने मनाया विजय दिवस..
सोजत। भारतीय सेना के बहादुरी और शौर्य की गाथा है विजय दिवस। यह बात मुख्य अतिथि शिक्षाविद् सुरेश ओझा ने पूर्व सैनिक संगठन द्वारा स्थानीय रामेलाव तलाब स्थित श्री वैद सेन समाज बगेची के पास में विजय दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह में कही।
उन्होंने कहा कि हम 1971 की ऐतिहासिक जीत के नायक रहे भारतीय सेना के वीर सैनिकों के शौर्य व बलिदान को याद करते हुए अपने आप को गौरवान्वित महसूस करते हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संगठन के अध्यक्ष पाबूसिंह ने कहा कि पाकिस्तान जब भी भारत के खिलाफ सैन्य दुस्साहस करेगा तब- तब उसे 1971 की शर्मनाक हार जरूर याद आएगी।
कार्यक्रम का सरस संचालन करते हुए पूर्व खेल अधिकारी सत्तुसिंह भाटी ने कहा कि भारत पाकिस्तान युद्ध में भारत की विजय ने पूरी दुनिया में जहां भारत का सम्मान बढ़ाया वहीं भारत ने दिखा दिया कि मानवता की रक्षा और अपनी सुरक्षा के लिए वह पूरी तरह से सक्षम और समर्थ हैं। विशिष्ट अतिथि हवलदार मांगीलाल थे।
कार्यक्रम में कवि कथाकार डॉ रशीद गौरी व रामस्वरूप भटनागर ने शहिदों को काव्यांजलि देते हुए देशभक्ति से ओतप्रोत कविताएं पेश कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
कार्यक्रम का आगाज पूर्व सैनिक संगठन के सचिव फौजी अशोक सेन ने सैनिक गीत पेश कर अपना स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि देश के लिए प्राणों की आहुति देने वाले सैनिक महान है उन्हें युगों-युगों तक याद किया जाता रहेगा।
वहीं दो मिनट का मौन रखकर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर हवलदार पदम सिंह जैतावत, रामचंद्र गहलोत, सार्जेंट नाथू सिंह भाटी, कैप्टीन प्रेमराज चौधरी, हवलदार जोग सिंह, सार्जेंट भुण्डाराम जाट, हवलदार भंवरसिह, शायर कवि अब्दुल समद राही, हीरालाल आर्य, भामाशाह जवरीलाल बोराणा, जवरी लाल सेन, चंद्रप्रकाश सेन..।
वरिष्ठ संवाददाता अब्दुल समद राही कि रिपोर्ट