ITR refund scam: आयकर विभाग ने करदाताओं को धोखाधड़ी वाले ईमेल और संदेशों के प्रति आगाह किया

आयकर विभाग समय समय पर करदाताओं को कई फर्जी स्कैम से बचने के लिए आगाह करता रहता है। इस बार भी आईटी विभाग ने अपने करदाताओं को खासतौर से आगाह किया है ताकि वो किसी फ्रॉड का शिकार ना बन जाएं। इसी कड़ी में फर्जी कॉल और पॉप-अप नोटिफिकेशन से होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी से सावधान रहने की सलाह दी है।इस तरह के फ्रॉड कॉल में कहा जाता है कि वे टैक्स रिफंड प्राप्त कर सकते हैं। आयकर विभाग ने एक्स पर इसकी आधिकारिक पोस्ट के अनुसार, जिन करदाताओं को फर्जी संदेश प्राप्त होते हैं। ऐसे संदेशों पर भरोसा करने से पहले ये जांचना चाहिए कि वो सच है या नहीं। आयकर विभाग ने एक्स पर लिखा, "ऐसे ईमेल का जवाब न दें या वेबसाइट पर न जाएं जो क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक खाते का विवरण या कोई अन्य संवेदनशील जानकारी मांगते हैं। आयकर विभाग दिए गए ईमेल पते के ज़रिए करदाताओं से संपर्क कर सकता है।""नकली संदेश कुछ इस तरह लिखा जा सकता है: आपको 15000/- रुपये का आयकर रिफ़ंड स्वीकृत किया गया है, यह राशि जल्द ही आपके खाते में जमा कर दी जाएगी, कृपया अपना खाता नंबर 5XXXXX6777 सत्यापित करें। यदि यह सही नहीं है, तो कृपया नीचे दिए गए लिंक पर जाकर अपने बैंक खाते की जानकारी अपडेट करें," इसमें कहा गया है। करदाताओं को ऐसे धोखाधड़ी वाले संदेशों और ईमेल को आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर भेजना चाहिए।आप संदिग्ध ईमेल को webmanager@incometax.gov.in पर भेज सकते हैं। आप इसकी एक प्रति event@cert-in.org.in पर भी भेज सकते हैं। आयकर विभाग ने लिखा, "यदि आपको कोई फ़िशिंग मेल प्राप्त होता है, तो उसे event@cert-in.org.in पर अग्रेषित करें।"आयकर विभाग ने करदाताओं को चेतावनी दी है कि वे ऐसे लोगों के फर्जी मेल का जवाब न दें या उसमें संलग्न अटैचमेंट न खोलें जो खुद को आयकर विभाग से होने का दावा करते हैं। ऐसे मेल में दिए गए किसी भी लिंक पर सीधे क्लिक न करें या ब्राउज़र में कट और पेस्ट न करें। इसके अलावा, करदाताओं को आधार, ओटीपी और पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी भी सुरक्षित रखनी होगी। 

ITR refund scam: आयकर विभाग ने करदाताओं को धोखाधड़ी वाले ईमेल और संदेशों के प्रति आगाह किया

आयकर विभाग समय समय पर करदाताओं को कई फर्जी स्कैम से बचने के लिए आगाह करता रहता है। इस बार भी आईटी विभाग ने अपने करदाताओं को खासतौर से आगाह किया है ताकि वो किसी फ्रॉड का शिकार ना बन जाएं। इसी कड़ी में फर्जी कॉल और पॉप-अप नोटिफिकेशन से होने वाली ऑनलाइन धोखाधड़ी से सावधान रहने की सलाह दी है।

इस तरह के फ्रॉड कॉल में कहा जाता है कि वे टैक्स रिफंड प्राप्त कर सकते हैं। आयकर विभाग ने एक्स पर इसकी आधिकारिक पोस्ट के अनुसार, जिन करदाताओं को फर्जी संदेश प्राप्त होते हैं। ऐसे संदेशों पर भरोसा करने से पहले ये जांचना चाहिए कि वो सच है या नहीं। आयकर विभाग ने एक्स पर लिखा, "ऐसे ईमेल का जवाब न दें या वेबसाइट पर न जाएं जो क्रेडिट कार्ड नंबर, बैंक खाते का विवरण या कोई अन्य संवेदनशील जानकारी मांगते हैं। आयकर विभाग दिए गए ईमेल पते के ज़रिए करदाताओं से संपर्क कर सकता है।"

"नकली संदेश कुछ इस तरह लिखा जा सकता है: आपको 15000/- रुपये का आयकर रिफ़ंड स्वीकृत किया गया है, यह राशि जल्द ही आपके खाते में जमा कर दी जाएगी, कृपया अपना खाता नंबर 5XXXXX6777 सत्यापित करें। यदि यह सही नहीं है, तो कृपया नीचे दिए गए लिंक पर जाकर अपने बैंक खाते की जानकारी अपडेट करें," इसमें कहा गया है। करदाताओं को ऐसे धोखाधड़ी वाले संदेशों और ईमेल को आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर भेजना चाहिए।

आप संदिग्ध ईमेल को webmanager@incometax.gov.in पर भेज सकते हैं। आप इसकी एक प्रति event@cert-in.org.in पर भी भेज सकते हैं। आयकर विभाग ने लिखा, "यदि आपको कोई फ़िशिंग मेल प्राप्त होता है, तो उसे event@cert-in.org.in पर अग्रेषित करें।"

आयकर विभाग ने करदाताओं को चेतावनी दी है कि वे ऐसे लोगों के फर्जी मेल का जवाब न दें या उसमें संलग्न अटैचमेंट न खोलें जो खुद को आयकर विभाग से होने का दावा करते हैं। ऐसे मेल में दिए गए किसी भी लिंक पर सीधे क्लिक न करें या ब्राउज़र में कट और पेस्ट न करें। इसके अलावा, करदाताओं को आधार, ओटीपी और पासवर्ड जैसी संवेदनशील जानकारी भी सुरक्षित रखनी होगी।