Coal India भारत और विदेशों में महत्वपूर्ण खनिजों के अधिग्रहण के लिए प्रयासरत: Chairman

नयी दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (सीआईएल) ने कहा कि वह घरेलू बाजार और विदेशों में लिथियम समेत महत्वपूर्ण खनिजों के अधिग्रहण के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है। कंपनी ने कहा है कि वह ऐसे ब्लॉक की नीलामी में भाग लेना जारी रखेगी। लीथियम समेत महत्वपूर्ण खनिज, पवन टर्बाइन से लेकर इलेक्ट्रिक कारों तक स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इलेक्ट्रिक कारों के लिए बैटरी के उत्पादन के लिए इनकी खास तौर पर मांग है। कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पी एम प्रसाद ने कंपनी की 50वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान कहा, ‘‘लीथियम, कोबाल्ट जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के आयात पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से कंपनी भारत और विदेशों में इन खनिज परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि सीआईएल खान मंत्रालय द्वारा पेश किए गए महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी में भाग लेना जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि सीआईएल ने घरेलू महत्वपूर्ण खनिज परिसंपत्ति में सफलतापूर्वक अपना खाता खोला है और मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले में खट्टाली छोटी ग्रेफाइट ब्लॉक के लिए पसंदीदा बोलीदाता के रूप में उभरी है। यह कंपनी का पहला गैर-कोयला खनिज खनन उद्यम होगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह उपलब्धि खान मंत्रालय द्वारा नौ जुलाई को आयोजित द्वितीय चरण की नीलामी के तहत हासिल की गई।’’ प्रसाद ने कहा कि सीआईएल का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि देश में कोयले की कोई कमी न हो और इसे शुष्क ईंधन के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाए। देश के कुल कोयला उत्पादन में कोल इंडिया का हिस्सा 80 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि कंपनी देश के नागरिकों को उचित मूल्य पर बिजली उपलब्ध कराने के लिए गुणवत्ता वाले कोयले का उत्पादन और आपूर्ति बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

Coal India भारत और विदेशों में महत्वपूर्ण खनिजों के अधिग्रहण के लिए प्रयासरत: Chairman
नयी दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लि. (सीआईएल) ने कहा कि वह घरेलू बाजार और विदेशों में लिथियम समेत महत्वपूर्ण खनिजों के अधिग्रहण के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है। कंपनी ने कहा है कि वह ऐसे ब्लॉक की नीलामी में भाग लेना जारी रखेगी। लीथियम समेत महत्वपूर्ण खनिज, पवन टर्बाइन से लेकर इलेक्ट्रिक कारों तक स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इलेक्ट्रिक कारों के लिए बैटरी के उत्पादन के लिए इनकी खास तौर पर मांग है। 

कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पी एम प्रसाद ने कंपनी की 50वीं वार्षिक आम बैठक के दौरान कहा, ‘‘लीथियम, कोबाल्ट जैसे महत्वपूर्ण खनिजों के आयात पर निर्भरता कम करने के उद्देश्य से कंपनी भारत और विदेशों में इन खनिज परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के लिए सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है।’’ उन्होंने कहा कि सीआईएल खान मंत्रालय द्वारा पेश किए गए महत्वपूर्ण खनिज ब्लॉकों की ई-नीलामी में भाग लेना जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि सीआईएल ने घरेलू महत्वपूर्ण खनिज परिसंपत्ति में सफलतापूर्वक अपना खाता खोला है और मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले में खट्टाली छोटी ग्रेफाइट ब्लॉक के लिए पसंदीदा बोलीदाता के रूप में उभरी है। 

यह कंपनी का पहला गैर-कोयला खनिज खनन उद्यम होगा। उन्होंने कहा, ‘‘यह उपलब्धि खान मंत्रालय द्वारा नौ जुलाई को आयोजित द्वितीय चरण की नीलामी के तहत हासिल की गई।’’ प्रसाद ने कहा कि सीआईएल का लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि देश में कोयले की कोई कमी न हो और इसे शुष्क ईंधन के मामले में आत्मनिर्भर बनाया जाए। देश के कुल कोयला उत्पादन में कोल इंडिया का हिस्सा 80 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि कंपनी देश के नागरिकों को उचित मूल्य पर बिजली उपलब्ध कराने के लिए गुणवत्ता वाले कोयले का उत्पादन और आपूर्ति बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।