मेधावी बेटियों का होगा सम्मान, 30 नवंबर तक करें आवेदन..

मेधावी बेटियों का होगा सम्मान, 30 नवंबर तक करें आवेदन..

जयपुर। राजस्थान बालिका शिक्षा फाउंडेशन ने गार्गी एवं बालिका प्रोत्साहन योजना के तहत मेधावी बेटियों के लिए एक सुनहरा अवसर प्रदान किया है।

 इस योजना के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2024 निर्धारित की गई है। योजना का उद्देश्य राज्य की होनहार बालिकाओं को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करना और उनके उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करना है।

 पात्रता के लिए शर्तें..  गार्गी पुरस्कार योजना:

 माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की कक्षा 10वीं परीक्षा 2024 या स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल परीक्षा 2024 में 75% या इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्राएं। वर्तमान सत्र 2024-25 में कक्षा 11वीं में नियमित अध्ययनरत छात्राएं।

बालिका प्रोत्साहन योजना:

माध्यमिक परीक्षा 2023 या स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल परीक्षा 2023 में 75% या इससे अधिक अंक प्राप्त करने वाली छात्राएं। वर्तमान सत्र 2024-25 में कक्षा 12वीं में नियमित रूप से अध्ययनरत छात्राएं।

 पुरस्कार राशि

गार्गी पुरस्कार: प्रथम और द्वितीय किस्त के तहत 3,000-3,000 रुपये। बालिका प्रोत्साहन योजना: 5,000 रुपये की राशि सीधे छात्रा के खाते में स्थानांतरित की जाएगी।

 ऐसे करें आवेदन

पात्र बालिकाएं जिले की राजकीय या निजी विद्यालयों में अध्ययनरत होने पर शाला दर्पण पोर्टल पर आवेदन कर सकती हैं। आवेदन फाइनल सबमिट तभी होगा।

 जब माध्यमिक या उच्च माध्यमिक परीक्षा की अंक तालिका और परिवार के आधार कार्ड में दर्ज डाटा (जैसे बालिका का नाम, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि और जेंडर) एक समान हो। आवेदन की हार्ड कॉपी अपने पास सुरक्षित रखना अनिवार्य है।

 पढ़ाई छोड़ने वाली छात्राएं होंगी अपात्र

बालिका शिक्षा फाउंडेशन, जयपुर के निर्देशानुसार, गार्गी पुरस्कार की दोनों किस्तों के लिए पात्रता बनाए रखने हेतु छात्राओं का नियमित रूप से अध्ययनरत होना जरूरी है। पढ़ाई बीच में छोड़ने वाली छात्राएं इस योजना का लाभ नहीं उठा सकेंगी।

महत्वपूर्ण निर्देश

 बालिकाएं 12वीं परीक्षा 2024 या स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल परीक्षा 2024 में 75% या अधिक अंक प्राप्त कर शाला दर्पण पोर्टल पर आवेदन करें।

आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2024 है।

 सरकार का प्रयास: बेटियों का भविष्य उज्ज्वल राजस्थान सरकार ने इस योजना के माध्यम से राज्य की मेधावी बालिकाओं को सशक्त बनाने का एक बड़ा कदम उठाया है।

 यह पहल न केवल छात्राओं को पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करेगी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने में भी मदद करेगी।

 वरिष्ठ पत्रकार ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट