मनुष्य को उसके सत्कर्म से याद किया जाता है : आचार्य ओम

मनुष्य को उसके सत्कर्म से याद किया जाता है : आचार्य ओम

सोजत। मरने के बाद मनुष्य को उसके सत्कर्म से याद किया जाता है उक्त उद्गार मेघवाल समाज सेवा संस्थान, सोजत के कोषाध्यक्ष राकेश दरठ के माताजी का स्वर्गवास होने पर ग्राम सेहवाज में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में केवल आपरोश आश्रम के पीठाधीश संत आचार्य ओम ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए व्यक्त किए।

 उन्होंने कहा कि सत्कर्म करने पर मनुष्य को युगों-युगों तक याद किया जाता है इसलिए मनुष्य को सत्कर्म करते रहना चाहिए।

 उन्होंने कि स्वर्गीय लीलादेवी भक्ति भाव में लीन धर्म पारायण महिला थी और सत्कर्म में विश्वास रखती।

 शिक्षा विभाग के पुर्व संयुक्त निदेशक चुनाराम मकवाना ने भी शोक व्यक्त किया।

 इस श्रध्दाजंलि सभा मे गोरधनराम देवासी, भागीरथराम देवासी, प्रधानाचार्य साण्डिया राजेंद्र कुमार परिहार, देवली कल्ला प्रधानाचार्य घेवरराम ग्रोवर, व्याख्याता भरत मरेठा, जगदीश चन्द्र जांगिड़, सुरेश कच्छवाह,व्याख्याता चुन्नीलाल चौधरी,व्याख्याता आजाद सिंह यादव, ङा.सुरेश दरठ, अचलाराम परिहार, चुन्नीलाल बोस,मांगीलाल बोस,जगदीश पालरिया, मोहनलाल दरठ,रतनलाल दरठ, पवन सेठी,सुनील कुमार दरठ, मिश्रीलाल दरठ, पारसमल दरठ, विनोद कुमार दरठ, धर्मेंद्र कुमार दरठ, नवीन दरठ, जयन्त पंवार, मुकेश दरठ, अशोक कुमार दरठ, राजवीर दरठ, लक्षु दरठ आदि ने नम आंखों से भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित कर मौन प्रार्थना की गई।

वरिष्ठ संवाददाता अब्दुल समद राही कि रिपोर्ट