चक्रवात ‘दाना’ ने ओडिशा तट पर मचाई तबाही: तेज हवाओं और मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त
ओडिशा में चक्रवात ‘दाना’ की दस्तक के साथ ही तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं का कहर शुरू हो गया है।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात के प्रभाव से ओडिशा के कई जिलों में 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और मूसलाधार बारिश हो रही है।
इस कारण जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो गया है और प्रशासन ने तटीय इलाकों में विशेष अलर्ट जारी कर दिया है। प्रभावित जिलों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम ओडिशा के बालासोर, जगतसिंहपुर, केंद्रापड़ा, पुरी और भद्रक जिलों में चक्रवात का असर सबसे अधिक दिखाई दे रहा है।
कई इलाकों में पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए हैं, जिससे बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। तटीय क्षेत्रों में बसे हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, और राहत शिविरों में उन्हें भोजन, पानी, और आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
तटीय क्षेत्रों में हाई अलर्ट प्रशासन ने तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया है और मछुआरों को अगले कुछ दिनों तक समुद्र में न जाने की हिदायत दी गई है।
नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) की कई टीमें राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात की गई हैं। एनडीआरएफ के जवान प्रभावित क्षेत्रों में लगातार गश्त कर रहे हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
रेल और हवाई सेवाओं पर पड़ा असर चक्रवात ‘दाना’ के कारण कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है और उड़ानों में भी देरी हो रही है। खासकर कोलकाता और भुवनेश्वर के बीच की फ्लाइट्स पर इसका असर पड़ा है।
सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई है। चक्रवात के बढ़ते खतरे के बीच सावधानी की अपील मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 24 घंटों में चक्रवात का प्रभाव और अधिक बढ़ सकता है और कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
राज्य सरकार ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे घरों में सुरक्षित रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। तटीय क्षेत्रों के लोगों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी गई है और अधिकारियों ने हर संभव सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए हैं।
राहत और बचाव कार्य जारी चक्रवात ‘दाना’ की चुनौती से निपटने के लिए ओडिशा सरकार और केंद्र सरकार ने मिलकर राहत कार्यों को तेज कर दिया है। सभी प्रभावित इलाकों में तत्काल राहत सामग्रियां पहुंचाई जा रही हैं।
मेडिकल टीमें भी तैयार हैं ताकि किसी भी स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान की जा सके। नुकसान का आंकलन जारी चक्रवात से हुए नुकसान का विस्तृत आंकलन किया जा रहा है, और अधिकारियों का कहना है कि स्थिति के नियंत्रण में आते ही पुनर्वास कार्य शुरू कर दिए जाएंगे।
ओडिशा के लोगों के लिए यह एक बड़ी चुनौती है, लेकिन प्रशासन की त्वरित कार्रवाई और सावधानी बरतने से नुकसान को कम करने का प्रयास किया जा रहा है।
वरिष्ठ संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट।.