किसी भी राष्ट्र रुपी इमारत का ताज उसका बालक है : श्याम गुप्ता शान्त। काव्य-कलश ने बाल-दिवस" पर किया काव्य-गोष्ठी का आयोजन ..

किसी भी राष्ट्र रुपी इमारत का ताज उसका बालक है : श्याम गुप्ता शान्त।  काव्य-कलश ने बाल-दिवस" पर किया काव्य-गोष्ठी का आयोजन ..

जोधपुर। नवगठित साहित्यिक संस्था- "काव्य-कलश" के बैनर तले बाल-दिवस (14 नवंबर) पर केन्द्रित एक काव्य-गोष्ठी संस्था के सचिव के लक्ष्मीनगर स्थित आवास पर संपन्न हुई।

जिसमें नगर के हिंदी, उर्दू एवं राजस्थानी भाषा के उन्नीस प्रतिष्ठित कवियों, पत्रकारों तथा काव्य-प्रेमियों ने एक से बढ़कर एक सुमधुर रचना-पाठ से शमां बांध दिया।

काव्य-गोष्ठी का सधा हुआ संचालन कर रहे राजेन्द्र खिंवसरा ने सबसे पहले शहीद सेनानी स्व. लाला लाजपतराय को उनके बलिदान-दिवस (17 नवंबर) पर सदन की ओर से उन्हें भावभीनी श्रृद्धांजलि अर्पित की। संस्था-अध्यक्ष श्री मनोहर सिंह राठौड़ की अध्यक्षता में सचिव श्याम गुप्ता 'शान्त' ने "किसी भी राष्ट्र रुपी इमारत का ताज उसका बालक है"..से गोष्ठी का शुभारंभ किया।

 प्रबुद्ध कवि व शायर अशफाक अहमद 'फौजदार', असरार 'आहिल', नामचीन पत्रकार मिश्रीलाल पंवार, प्रसिद्ध रंगमंच-निर्देशक तथा कवि प्रमोद वैष्णव, एडवोकेट एन. डी. निम्बावत 'सागर', नवीन 'पंछी', वी. डी. दवे, हंसराज बारासा 'हंसा', उभरती कवयित्री नीलम व्यास 'स्वयंसिद्धा', मोहनदास वैष्णव 'रुक्मैय', किशनचंद्र वर्मा, राजेश अग्रावत अमरावत, डॉ. तृप्ति गोस्वामी 'काव्यांशी', छगनराज राव, राजस्थानी कवि दिलीप राव 'दलपत' एवं स्थापित कवयित्री श्रीमती दीपा परिहार ने अपनी-अपनी विविध शैलियों में रचना-पाठ कर काव्य-गोष्ठी को गरिमा प्रदान की।

तीन घंटे से अधिक तक अनवरत चले उक्त कार्यक्रम के समापन पर उपाध्यक्ष अशफाक अहमद 'फौजदार' ने सभी आगंतुक कवियों एवं अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

वरिष्ठ संवाददाता अब्दुल समद राही कि रिपोर्ट