स्वास्थ्य और उपचार: प्राकृतिक नुस्खे जो बदल देंगे आपका जीवन..
हमारे जीवन में रोगों का प्रभाव पड़ता ही रहता है। कई छोटी-मोटी बीमारियों का इलाज हम घर पर ही प्राकृतिक उपायों से कर सकते हैं। "उपचार स्वास्थ्य और प्रयोग" आपके लिए लाया है ऐसे सरल नुस्खे, जो प्रभावी और उपयोगी हैं। आइए इन नुस्खों को विस्तार से समझें।
1. दमे के लिए तुलसी और वासा 10 तुलसी की पत्तियों और वासा के 250 मिलीलीटर पानी में काढ़ा बनाकर 21 दिनों तक सुबह सेवन करें। दमे में राहत मिलेगी।
--- 2. मौसमी खांसी के लिए सेंधा नमक सेंधा नमक की डली को गर्म कर आधे कप पानी में डुबोकर उसका पानी पिएं। लगातार 2-3 दिन यह प्रक्रिया करें।
--- 3. बैठे हुए गले के लिए मुलेठी का चूर्ण पान के पत्ते में मुलेठी चूर्ण रखकर चबाएं या सोते समय चूर्ण चबाकर मुँह में रखें। गला सुबह तक साफ हो जाएगा।
--- 4. मुख और गले के लिए सौंफ और मिश्री भोजन के बाद सौंफ चबाएं। गले की खुश्की और आवाज़ की मधुरता लौट आती है।
--- 5. खराश और सूखी खांसी के लिए अदरक और गुड़ पिसी अदरक में गुड़ और घी मिलाकर खाएं। शहद का उपयोग भी कर सकते हैं।
--- 6. पेट के कीड़े नष्ट करने के लिए अजवायन और नमक आधा ग्राम अजवायन और काला नमक गर्म पानी के साथ रात में लें। बच्चों और बड़ों दोनों के लिए प्रभावी है।
--- 7. अरुचि के लिए मुनक्का और हरड़ मुनक्का, हरड़ और चीनी की चटनी बनाकर शहद मिलाकर सेवन करें। भूख बढ़ेगी। -
-- 8. बदन दर्द के लिए कपूर और सरसों का तेल 10 ग्राम कपूर और 200 ग्राम सरसों के तेल को मिलाकर धूप में रखें। इस तेल से मालिश करें।
--- 9. जोड़ों के दर्द के लिए बथुए का रस बथुए का रस खाली पेट लें। दो-तीन माह नियमित सेवन करें।
--- 10. पेट में गैस के लिए मट्ठा और अजवायन भोजन के बाद मट्ठे में अजवायन और काला नमक मिलाकर सेवन करें।
--- 11. फटे होंठ और हाथ-पैर के लिए सरसों का तेल नाभि में सरसों का तेल लगाएं। होंठ मुलायम और सुंदर होंगे।
--- 12. सर्दी और बुखार के लिए तुलसी की पत्तियाँ 21 तुलसी की पत्तियों को दही या शहद के साथ प्रातः खाली पेट लें।
--- 13. क्रोध शांत करने के लिए आँवला और गुलकंद सुबह आँवले का मुरब्बा और शाम को गुलकंद खाएं।
--- 14. घुटनों के दर्द के लिए अखरोट रोज सुबह खाली पेट 3-4 अखरोट की गिरी खाएं।
--- 15. काले धब्बों के लिए नींबू और नारियल का तेल नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर त्वचा पर लगाएं।
--- 16. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के लिए सुपारी भोजन के बाद कच्ची सुपारी 20-40 मिनट तक चबाएं।
--- 17. मसूड़ों की सूजन के लिए अजवायन का तेल पानी में अजवायन के तेल की कुछ बूंदें डालकर कुल्ला करें।
--- 18. हृदय रोग में आँवला का मुरब्बा दिन में तीन बार आँवले का मुरब्बा खाएं।
--- 19. शारीरिक दुर्बलता के लिए दालचीनी और दूध 2 ग्राम दालचीनी पाउडर दूध के साथ सुबह-शाम लें।
---20. सर्दी जुकाम के लिए दालचीनी और शहद पिसी दालचीनी और शहद मिलाकर सेवन करें।
इन घरेलू उपायों को अपनाकर आप अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को आसानी से दूर कर सकते हैं। ये नुस्खे न केवल सुरक्षित हैं बल्कि रोजमर्रा के जीवन में बेहद उपयोगी भी हैं। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और स्वस्थ जीवन जिएं।
संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा