एंबुलेंस में स्मैक तस्करी का खुलासा: 23 ग्राम स्मैक जब्त, तीन आरोपी गिरफ्तार..
सिरोही। सिरोही जिले में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ पुलिस की सक्रियता ने एक चौंकाने वाला मामला उजागर किया है।
पिंडवाड़ा पुलिस और डीएसटी (डिस्ट्रिक्ट स्पेशल टीम) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उदयपुर-पिंडवाड़ा फोरलेन पर मोरस चौकी के पास नाकाबंदी के दौरान एंबुलेंस से 23 ग्राम स्मैक जब्त की है।
इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनकी पहचान शहजाद शाह, शाहरूख खान, और सरफराज खान के रूप में हुई है। यह कार्रवाई सोमवार को सिरोही जिला पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के निर्देशन में मादक पदार्थों की तस्करी रोकने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई।
पिंडवाड़ा थानाधिकारी हमीर सिंह भाटी के नेतृत्व में डीएसटी टीम प्रभारी अमराराम, उपनिरीक्षक पन्नालाल, और पुलिस टीम के अन्य सदस्यों ने मोरस चौकी के बाहर नाकाबंदी की थी। नाकाबंदी के दौरान उदयपुर से पिंडवाड़ा की ओर आ रही एक टवेरा एंबुलेंस को रोककर तलाशी ली गई।
तलाशी के दौरान 23 ग्राम स्मैक बरामद हुई। जब पुलिस ने आरोपियों से इस संबंध में पूछताछ की, तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। इसके बाद एंबुलेंस और स्मैक को जब्त कर लिया गया।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों में शामिल हैं: 1. शहजाद शाह: स्कोन प्लाजा, सिरोही निवासी 2. शाहरूख खान: घांचीवाड़ा, सिरोही निवासी 3. सरफराज खान
अन्य जानकारी पुलिस जांच में है पुलिस की रणनीति और आगे की कार्रवाई- सिरोही पुलिस ने मादक पदार्थों की तस्करी पर शिकंजा कसने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है।
इस घटना के बाद आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब यह जांच कर रही है कि स्मैक की यह खेप कहां से लाई गई थी और इसका डिलीवरी नेटवर्क कहां तक फैला हुआ है।
संदेहास्पद तरीकों का इस्तेमाल- तस्करों द्वारा एंबुलेंस जैसे आपातकालीन वाहनों का उपयोग करना बेहद गंभीर मामला है। यह न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि समाज के प्रति एक गैरजिम्मेदाराना रवैया भी प्रदर्शित करता है।
समाज के लिए संदेश- पुलिस की इस कार्रवाई ने न केवल एक बड़ी तस्करी को रोका है, बल्कि समाज को जागरूक किया है कि मादक पदार्थों की तस्करी के लिए किस तरह के हथकंडे अपनाए जा रहे हैं। पुलिस ने आमजन से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत स्थानीय पुलिस को दें।
: सिरोही जिले की इस घटना ने यह स्पष्ट किया है कि तस्कर कानून से बचने के लिए किस हद तक जा सकते हैं। पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से इस मामले का खुलासा हुआ और दोषियों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई मादक पदार्थों के खिलाफ चल रहे अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता है।
वरिष्ठ संवाददाता ओमप्रकाश बोराणा कि रिपोर्ट