Yoga
योग कहाँ से शुरू होता है, जहाँ से तन और मन की सीमायें समाप्त होती है, योग करते करते तन की मन की सुध बुध भूल जाएँ। पांच भौतिक देह के भी पंचतत्र मात्रों और पंचतत्र मात्राओं के भी जितन भी घटक उनके संवाद से बने, जितने भी संसार के नाम और रूप है उन नाम और रूपों में ब्रह्म को अनुभव करते है, यह सत्य है। योग की शुरुआत स्वर ज्ञान से होती है, जबकि अध्यात्म – जहाँ पर मन का भी अस्तित्व ना रहे, वहीँ से शुरू होता है।
जो सनातन है वह ” ईड़ा नाड़ी, पिंगला नाड़ी और सुष्मना नाड़ी ।” जो श्रष्टि के आरम्भ से ही संसार में व्याप्त है इनका कभी विनाश नहीं होता जबकि नाम और रूप इस संसार में स्थायी रूप में नहीं रहते, नाम और रूप ब्रम्ह नहीं है बल्कि ईड़ा नाड़ी ब्रम्ह नाड़ी है, पिगला नाड़ी में आत्मा का वास है और सुष्मना नाड़ी के गॉड पार्टिकल्स विद्धमान रहते है। ईड़ा नाड़ी के द्वारा “श्रजन” और सुशुम्ना नाड़ी के द्वारा ही योगी मोक्ष प्राप्त करते है, लेकिन जिन लोगों अथवा योगियों को ईड़ा, पिंगला व सुष्मना, इन तीनों नाड़ियों का दिव्या ज्ञान नहीं है, तो सुष्मना नाड़ी के द्वारा ही इस संसार का “संघार” होता ही रहता है। जबकि नाम और रूप शरीर के लिए सम्बोधन मात्र है।
योग तीन स्तरों पर काम करते हुए व्यक्ति को फायदा पहुंचा सकता है। इस लिहाज से योग करना सभी के लिए सही है।
- पहले चरण में यह मनुष्य को स्वास्थ्यवर्धक बनाते हुए उसमें ऊर्जा भरने का काम करता है (9)।
- दूसरे चरण में यह मस्तिष्क व विचारों पर असर डालता है। हमारे नकारात्मक विचार ही होते हैं, जो हमें तनाव, चिंता या फिर मानसिक विकार में डाल देते हैं। योग इस चक्र से बाहर निकालने में हमारी मदद करता है (10)।
- योग के तीसरे और सबसे महत्वपूर्ण चरण में पहुंचकर मनुष्य चिंताओं से मुक्त हो जाता है। योग के इस अंतिम चरण तक पहुंचने के लिए कठिन परिश्रम की जरूरत होती है। इस प्रकार योग के लाभ विभिन्न स्तर पर मिलते हैं।
सावधानी : अगर कोई पहली बार योग कर रहा है, तो प्रशिक्षक की निगरानी में ही करें। वह उम्र, बीमारी व क्षमता के अनुसार उपयुक्त योगासन बताएंगे। कई ऐसी बीमारियां हैं, जिनमें कुछ योगासन वर्जित हैं, तो योग ट्रेनर से पूछकर ही योगासन करें।
इसमें कोई शक नहीं कि योग से सब संभव है। बस जरूरत है इसे करने का संकल्प लेने की, इसलिए आज ही किसी योग्य योग प्रशिक्षक का चुनाव करें और योग करना शुरू कर दें। हां, इस बात का जरूर ध्यान रखें कि योग करने से फर्क तुरंत नजर आएगा, लेकिन पूरी तरह से फायदा होने में समय लग सकता है। ऐसे में संयम के साथ योग करना जरूरी है। योग करके खुद को सेहतमंद रखें और इस जानकारी को दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें। योग करें, निरोग रहें!
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