Happy Republic Day 2022 Wishes:-
कोई हस्ती कोई मस्ती कोई चाह पे मरता है,
कोई नफरत कोई मोहब्बत कोई लगाव पे मरता है,
यह देश है उन दीवानों का यहाँ,
हर बाँदा अपने हिंदुस्तान पे मरता है।
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा,
नशा हिंदुस्तान की शान का है।
मै भारत वर्ष का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की चांदनी का गुणगान करता हूँ,
मुझे चिंता नहीं है स्वग्र जाकर मोक्ष पाने की,
तिरंगा हो कफ़न यही अरमान करता हूँ।
लो फिर से आज वो नजारा याद कर ले,
शहीदों के दिल में जो थी वो ज्वाला याद कर लें,
जिसमें बहकर आज़ादी पहुंची थी किनारे पर,
देशभक्तों के खून की वो धरा याद कर लें।
चलो फिर से खुद को जगाते है,
अनुशासन का डंडा फिर से घूमते है,
सुनहरा रंग है गणतंत्र का शहीदों के लहू से,
ऐसे शहीदों को हम सर झुकाते है।
दाग गुलामी का धोया है जान लुटा कर,
दीप जलाएं हैं कितने दीप बुझाकर,
मिली है जब ये अजाड़ड्डी तो फिर इस आज़ादी को,
रखना होगा हर दुश्मन से बचाकर।
मेरे हर कतरे कतरे में हिंदुस्तान लिख देना,
जब मौत हो तन पर तो तिरंगे का कफ़न देना,
यही ख्वाहिश खुदा हर जन्म देना,
मुझे हर जन्म में हिंदुस्तान वतन देना।
बहती है गंगा इसे बहने दो,
मत फैलाओ दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में न बातों हमको,
हर लब पर हिंदुस्तान रहने दो।
ये जमीन सबकी है ये आसमान सबका है,
देश हमारा फैले-फूले ये अरमान सबका है,
इस मिटटी को सबने खून पसीने से सींचा है,
किसी एक का नहीं हिंदुस्तान सबका है।
तैरना है तो समंदर मे तैरो,
नदी नालों में क्या रखा है,
प्यार करना है तो वतन से करो,
इन बेवफाओं में क्या रखा है।
ना जियों धर्म के नाम पर,
ना मरो धर्म के नाम पर,
इंसानियत ही हैं धर्म वतन का,
बस जियों वतन के नाम पर।
नहीं सिर्फ जश्न मनाना,
नहीं सिर्फ झंडे लहराना,
यह काफी नहीं वतनपरस्ती,
यादों को नहीं भुलाना,
जो क़ुर्बान हुए,
उनके लफ़्ज़ों को आगे बढ़ाना,
खुदा के लिए नहीं,
ज़िन्दगी सिर्फ वतन के लिए लुटाना।
बचपन का वो भी एक दौर था,
गणतंत्र में भी ख़ुशी का शौर था,
ना जाने क्यूँ मैं इतना बड़ा हो गया,
इंसानियत में मज़हबी बैर हो गया।
वतन हमारा ऐसा कोई ना छोड पाये,
रिश्ता हमारा ऐसा कोई न तोड़ पाये,
दिल एक है जान एक है हमारी,
हिन्दुस्तान हमारा है यह शान है हमारी।
काटों में भी फूल खिलाएं,
इस धरती को स्वर्ग बनाएं,
आओ सबको को गले लगाएं,
सब मिलकर गणतंत्र का पर्व मनाएं।
सभी भारतवासियों को,
गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं,
मेरी दुआ है न लगे मेरे देश को किसी की नजर,
महकता रहे यूं ही फूलों की तरह हर पल,
जय हिन्द!
दे सलामी इस तिरंगे को,
जिससे तेरी शान है,
सर हमेशा ऊंचा रखना इसका
जब तक तुझ में जान है।
इंडियन होने पर करिए गर्व,
मिलके मनाएं लोकतंत्र का पर्व,
देश के दुश्मनों को मिलके हराओ,
घर घर पर तिरंगा लहराओ।
वतन हमारा मिसाल मोहब्बत की,
तोड़ता है ये दीवार नफरत की,
खुशनसीबी हमारी जो मिली जिंदगी इस चमन में,
भुला ना सकेंगे इसकी खुशबू सातों जनम में।
ना पूछो जमाने से कि
क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो बस
इतनी है की हम सब हिंदुस्तानी हैं।
ना सरकार मेरी है, ना रौब मेरा है,
ना बड़ा सा नाम मेरा है,
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है,
मैं “हिंदुस्तान” का हूं
और “हिंदुस्तान” मेरा है।
भारत के गणतंत्र का सारे जग में है मान,
दशकों से खिल रही भारत की अदभुत शान,
सब धर्मो को देकर मान रच गया इतिहास,
इसलिए हर देशवासियों को इसमें है विश्वास।
चढ़ गए जो हँसकर सूली
खायी जिन्होंने सीने पर गोली
हम उनको प्रणाम करते हैं
जो मिट गए देश पर
हम उनको सलाम करते हैं।
आन देश की शान देश की,
देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा,
अपनी ये पहचान है।
वो शमा जो काम आये अंजुमन के लिए,
वो जज़्बा जो कुर्बान हो जाये वतन के लिए,
रखते है हम वो हौसला भी
जो मर मिटे हिंदुस्तान के लिए।