चाणक्य नीति अनुसार
आचार्य चाणक्य ने अपने अनुभवों के आधार पर कई बातों का उल्लेख किया है जो आज भी लागू हैं। आचार्य चाणक्य के अन्य नाम कौटिल्य और विष्णु गुप्त थे। वे एक प्रशिक्षित प्रशिक्षक होने के साथ-साथ एक तेज बुद्धि वाले अद्भुत विद्वान थे। आचार्य चाणक्य ने अपने ज्ञान और अनुभव के आधार पर मानव जीवन के बारे में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान की है।
नैतिकता के शब्दों का मनुष्य के जीवन पर सीधा प्रभाव पड़ता है। निजी जीवन से लेकर मानव व्यवहार तक आचार्य चाणक्य ने महत्वपूर्ण सिफारिशें की हैं। इंसान की आदतें ही तय करती हैं कि वह अच्छा है या भयानक। वह न केवल दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाता है, बल्कि अपने अच्छे कार्यों के परिणामस्वरूप उसे सम्मान और प्रसिद्धि भी मिलती है। साथ ही व्यक्ति के बुरे व्यवहार से उसकी अपनी रचनाओं का विनाश होता है। जानिए उन आदतों के बारे में जो किसी व्यक्ति का सुखी जीवन जीना मुश्किल कर देती हैं क्योंकि उनसे माता लक्ष्मी नाराज होती हैं। अगर आप चाहते हैं कि मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहे, तो आइए जानते हैं कि मां लक्ष्मी को क्या परेशान करता है -
1 पूजा पाठ नहीं – पूजा, हमारे विचारों और दिमागों को पवित्रता प्रदान करती है। इससे घर का वातावरण शुद्ध होता है। जो लोग पूजा नहीं करते उनके घरों और दिमाग में नकारात्मकता घर कर लेती है। जहां नकारात्मकता होती है वहां माता लक्ष्मी का वास नहीं होता।
2 स्वच्छ रहना – ऐसी मान्यता है कि जहां स्वच्छता होती है वहां मां लक्ष्मी का वास होता है। जो लोग गंदे कपड़े पहनते हैं, अपने दांत साफ नहीं रखते हैं, यहां तक कि उनके घर में मां लक्ष्मी भी नहीं रहती हैं। ऐसे लोगों के घर में रोग पनपते हैं और उन्हें आर्थिक नुकसान भी होता है। अगर आप मां लक्ष्मी की कृपा पाना चाहते हैं तो घर और शरीर की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
3 झगड़ना – जिन लोगों के घर हमेशा झगड़ों और झगड़ों से भरे रहते हैं, उनसे मां लक्ष्मी नाराज होती हैं। ऐसे लोगों के घरों पर कभी भी मां लक्ष्मी की कृपा नहीं होती है। माता लक्ष्मी का वास होगा जिनके घर में प्रेमपूर्ण वातावरण और हार्दिक व्यवहार रहेगा।
4 बुजुर्गों को परेशान करना – जो लोग बुजुर्गों का अपमान करते हैं, असहाय लोगों को परेशान करते हैं, उनसे माता लक्ष्मी नाराज होती हैं। ऐसे घर में सुख-समृद्धि कभी नहीं आती। इसलिए अपने बड़ों और बड़ों का सम्मान करना सीखें
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