Omicron For Pregnent Women
भारत में, कोरोना का ओमिक्रॉन संस्करण पूरे देश में फैल गया है, और लोग इसकी चपेट में आते जा रहे हैं। ओमाइक्रोन की वजह से कोरोना के मामले भी काबू से बाहर हो गए हैं। गर्भवती महिलाओं को सबसे ज्यादा खतरा होता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम ही कम होती है। इसके परिणामस्वरूप डॉक्टर लोगों को अपना अतिरिक्त ख्याल रखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। नई कोरोना वेरिएशन ओमाइक्रोन से तीसरी लहर में तेजी से मामले बढ़ने के कारण अब बच्चे इसका शिकार हो गए हैं। ऐसे मामले में सबसे महत्वपूर्ण विचार गर्भवती महिलाओं के लिए जोखिम कितना गंभीर है। क्या यह जोखिम अजन्मे बच्चे के लिए भी मौजूद है ? एक अध्ययन के अनुसार, बिना संक्रमण वाली महिलाओं की तुलना में कोविड-19 वाली गर्भवती महिलाओं में गर्भावस्था और जन्म के साथ जटिलताएं होने की संभावना अधिक होती है।
2019 में कोविड -19 वायरस के उद्भव के बाद से, चिकित्सक और शोधकर्ता गर्भावस्था पर वायरस और इसके उत्परिवर्तन के प्रभाव का अध्ययन कर रहे हैं। गर्भवती महिलाओं को कोरोना से कितना खतरा- डॉक्टर दीपा जोशी ने बताया कि एक गर्भवती महिला को कोरोना संक्रमित होने का उतना ही खतरा होता है जितना एक आम व्यक्ति को होता है. लक्षण के गंभीरता की बात करें तो यह गर्भवती महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलते हैं. गंभीरता और बढ़ जाती है, खासतौर से तब जब महिला की उम्र 35 वर्ष से ज्यादा हो या फिर उस से शुगर या डायबिटीज जैसी कोई और बीमारी हो गर्भवती महिलाओं में कोरोना के लक्षण- डॉक्टर के अनुसार प्रेग्नेंसी में कोविड-19 के लक्षण वही होते हैं जो एक आम व्यक्ति को होते हैं. बुखार आना, सांस लेने में तकलीफ होना, खाने का स्वाद चले जाना और थकान महसूस होना. अगर इस तरह के कोई लक्षण दिखते हैं तो ऐसे में उस महिला को इलाज जल्द से जल्द अस्पताल में भर्ती करवा देना चाहिए. डॉक्टर जोशी बताती हैं कि डिलीवरी के दौरान जो महिलाएं कोरोना संक्रमित हो गई उनमें वर्टिकल ट्रांसमिशन नहीं देखा गया। जरूरी नहीं है कि अगर मां कोरोना से संक्रमित हो तो बच्चा भी कोरोना संक्रमित ही पैदा होगा क्या कोरोना संक्रमित मां ब्रेस्ट फीडिंग करा सकती है- कई लोगों को डर रहता है कि मां अगर कोरोना से संक्रमित है तो ऐसे में डिलीवरी के बाद बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग नहीं करा सकती. यह लोगों की गलतफहमी है. डॉक्टर के अनुसरा ब्रेस्ट फीडिंग से कभी भी वायरस ट्रांसमिट नहीं होता है. अगर मां की स्तिथि बहुत गंभीर है या वो वेंटीलेटर पर है तो ऐसे में बच्चे को ब्रेस्ट फीडिंग नहीं करा सकती प्रीमेच्योर डिलीवरी खतरा- डॉक्टर दीपा जोशी ने बताया कि गर्भवती महिला के कोरोना संक्रमित होने के कारण सबसे बड़ा खतरा प्रीमेच्योर डिलीवरी का रहता है. कुछ मामलों में अगर महिला को तेज बुखार आया है तो ऐसे में उन्हें लेबर पेन वक्त से पहले ही शुरू हो जाता है. ऐसे में प्रीमेच्योर डिलीवरी के चांसेस बहुत ज्यादा होते हैं. साथ ही साथ इसमें बच्चे की जान को भी खतरा होता है
गर्भवती महिलाएं रखें इन बातों का ध्यान-
डॉक्टर जोशी के अनुसार, इन सभी चीजों से बचने के लिए जरूरी है कि गर्भवती महिला भीड़भाड़ वाले इलाके में ना जाए
हर वक्त मास्क पहने रहें और समय-समय पर सैनिटाइजेशन जरूर करें
अगर कोई महिला कोरोना से संक्रमित होती है तो उसे जितना हो सके उतना लिक्विड डाइट लेना चाहिए
साथ ही साथ वो चीजें ज्यादा खानी चाहिए जिसमें फॉलिक एसिड और विटामिन D हो
समय-समय पर अपनी गायनोकोलॉजिस्ट से जरूर कंसल्ट करें
गर्भवती महिला को रेगुलर वॉक पर जाना चाहिए और हल्की-फुल्की एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए
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